भाजपा सांसद बोले- ममता बनर्जी के कुत्ते हैं CAA का विरोध करने वाले बुद्धिजीवी

नागरिकता संशोधित कानून (CAA) के पक्ष और विपक्ष में नेताओं की बयानबाजी देश में राजनीति को निचले स्तर पर घसीट रही है। विष्णुपुर से भाजपा सांसद सौमित्र खान ने भी रविवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में आयोजित रैली में एक ऐसा विवादित बयान दे दिया, जिसने राजनीतिक हलके में हंगामा मचा दिया है। उन्होंने राज्य में CAA का विरोध करने वाली मशहूर हस्तियों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कुत्ता करार दिया है।
सांसद सौमित्र खान ने कहा कि CAA और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के बारे में तथ्यों को जानने के बावजूद भी राज्य की मशहूर हस्तियां लगातार इसका विरोध कर रही हैं। इससे साबित होता है कि या तो उनको कानून की जानकारी नहीं है और या फिर वह अनजान बन रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग ऐसा कर रहे हैं वे ममता बनर्जी के 'कुत्ते' हैं।
राज्य की मशहूर हस्तियों पर विवादित टिप्पणी करने वाले सांसद सौमित्र खान पहले तृणमूल कांग्रेस में थे और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफों के कसीदे पढ़ते थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा की लहर को देखते हुए उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। ऐसे में वह इस समय सरकार के पक्ष में अधिक से अधिक काम कर भाजपा में अपनी जगह मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनके इस बयान ने विवाद बढ़ा दिया है।
सांसद खान का यह बयान उस वीडियो के कुछ दिन बाद आया है जिसमें अभिनेता, फिल्म निर्माता और बंगाली फिल्म जगत के सिंगरों की ओर से कहा गया था कि यदि केंद्र सरकार नागरिकता पर लोगों से फिर से सबूत मांगेगी तो वो कोई भी दस्तावेज नहीं दिखाएंगे। इन सभी मशहूर हस्तियों ने राज्य में आयोजित रैलियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। उस वीडियो में कोंकणा सेन, सब्यसाची चक्रवर्ती, स्वस्तिका मुखर्जी, तिलोत्तमा शोम, नंदना सेन आदि शामिल थीं।
কাগজ আমরা দেখবো না।
— Avik Saha (@aviksahaindia) January 13, 2020
কাগজ মোটেই দেখাবো না।#NoCAANoNRCNoNPR@SwarajIndiaWb pic.twitter.com/GYnfO9TcXK
CAA में सरकार बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उत्पीड़न के कारण भारत आए गैर-मुस्लिमों को यहां की नागरिकता देने का दावा कर रही है। देश में पहली बार किसी कानून में धर्म के आधार पर नागरिकता देने का मापदंड बनाया गया है। इससे देश के मुस्लिमों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। ऐसे में विरोधी इस कानून का उपयोग मुसलमानों को सरकार के खिलाफ एकजुट करने में कर सकते हैं।इसके बाद भी सरकार इसकी पक्षधर है।
गौरतलब है कि दिलीप घोष ने CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन पर एक विवादित बयान देकर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को भाजपा शासित राज्यों उत्तर प्रदेश, असम और कर्नाटक में "कुत्तों की तरह गोली मार दी गई"। विरोध होने पर घोष ने कहा कि उन्होंने जो भी कहा है वह देश के पक्ष में है। तृणमूल और कांग्रेस ने भी प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की है।
सांसद खान के विवादित बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इसमें कहा गया है कि भाजपा नेताओं के बीच सबसे गंदी भाषा का उपयोग करने की प्रतिस्पर्धा है। लोग इसे देख रहे हैं और अगली बार जब वो भाजपा नेताओं को ऐसे ही बयान देते हुए देखेंगे तो आगामी चुनावों में उन्हें वोट न देकर अपना गुस्सा जाहिर करेंगे।