मध्य प्रदेश उपचुनाव: बनी रहेगी भाजपा की सरकार, मिला स्पष्ट बहुमत
मध्य प्रदेश में 3 नवंबर को 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मंगलवार को मतगणना हो रही है। इसमें खिलते दिख रहे कमल ने 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के लिए स्पष्ट बहुमत ला दिया है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार शाम 06:30 बजे तक भाजपा को नौ सीटों पर जीत मिल चुकी थी और वह 10 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इसी तरह कांग्रेस ने एक जीत के अलावा आठ सीटों पर बढ़त बना रखी है।
भाजपा ने इन नौ सीटों पर हासिल की जीत
चुनाव आयोग के अनुसार भाजपा अब तक बमोरी, बदनावर, भांडेर, अनूपपुर, मंधाता, सांची, सुवासरा सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और नेवरनगर, सुरखी, बड़ौरी, ग्वालियर, हाटपिपलिया, ग्वालियर पूर्व, डबरा, जौरा, अशोक नगर, बड़ा मल्हारा, मुंगौली और पोहरी सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। इसी तरह कांग्रेस ने ब्यावरा सीटी से जीत हासिल की है और फियारा, दिमनी, करेरा, मेहगांव, गोहद और आगर सीटों पर आगे चल रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह क्षेत्र में भाजपा-कांग्रेस में रहा करीबी मुकाबला
यह उपचुनाव राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा के लिए बड़ा सवाल है। हालांकि, मतगणना में उनके गृह क्षेत्र ग्वालियर-चंबल में आठ से दस सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच करीब मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस क्षेत्र की कुल 16 सीटों पर उप चुनाव हुए हैं। मुरैना में बसपा आगे चल रही है। यह क्षेत्र सिंधिया के गृह क्षेत्र का हिस्सा ही नहीं, बल्कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के लोकसभा क्षेत्र का भी हिस्सा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बदले तेवर
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सुबह मतगणना से पहले कांग्रेस की जीत के प्रति आश्वस्त थे, लेकिन रुझानों के सामने आने के बाद उनके तेवर बदल गए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतदाता सर्वोच्च होता है और जो भी उनका फैसला होगा वह उसे विनम्रता के साथ स्वीकार करेंगे। दूसरी ओर पांच सीटों पर जीत मिलने के बाद भाजपा कार्यालयों पर जश्न की तैयारियां शुरू हो गई है। भाजपा कार्यकर्ता ढोल-नंगाड़ों के साथ गीत गाते नजर आ रहे थे।
यह भाजपा की विचारधारा की जीत- शिवराज
नौ सीटों पर जीत और 10 पर मजबूत बढ़त मिलने से उत्साहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा की जीत है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद की जीत है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश भाजपा विकास और जनकल्याण के लिए काम करेगी। यह इस विश्वास की जीत है। प्रदेश की जनता ने भाजपा की विकास और लोक कल्याणकारी राजनीति के लिए मतदान किया है।
रुझान के अनुसार जीत मिलने पर यह रहेगी बहुमत की स्थिति
भाजपा रुझानों के अनुसार 19 सीटों पर जीत दर्ज कर लेती है तो उसके पास 230 सदस्यीय विधानसभा में अपने दम पर एक साधारण बहुमत से कहीं अधिक होगा। वर्तमान में भाजपा के पास 107 सीटें हैं और उसे स्पष्ट बहुमत (116 सीट) हासिल करने के लिए नौ सीटों की जरूरत थी। नौ सीटों पर उसे मिल चुकी है और वह बहुमत के आंकड़े पर पहुंच गई है।
मध्य प्रदेश में इसलिए हुए हैं उपचुनाव
बता दें मध्य प्रदेश में गत फरवरी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 25 कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के कारण ये सीटें खाली हो गई थी। इसी तरह तीन सीटों पर विधायकों की मौत हो गई थी। ऐसे में इन 28 सीटों पर उपचुनाव कराए गए हैं। पहले अधिकतर सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी, लेकिन उपचुनाव की मतगणना के रुझानों ने स्पष्ट कर दिया कि इस बार लोगों ने भाजपा का समर्थन किया है।