हरियाणा उपचुनाव: बरोदा से फिर हारे भाजपा उम्मीदवार योगेश्वर दत्त, कांग्रेस प्रत्याशी ने दी मात
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान और भाजपा नेता योगेश्वर दत्त हरियाणा की बरोदा सीट से विधानसभा उपचुनाव हार गए हैं। चुनाव अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस प्रत्याशी इंदु राज नरवाल ने उन्हें 10,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया। ये लगातार दूसरी बार है जब योगेश्वर चुनाव हारे हैं और उन्हें 2019 विधानसभा चुनाव में भी इसी सीट से हार का सामना करना पड़ा था। तब कांग्रेस प्रत्याशी श्रीकृष्ण हुड्डा ने उन्हें लगभग 4,800 वोटों के अंतर से हराया था।
योगेश्वर ने मानी हार, बोले- मुझमें कुछ कमी होगी
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए योगेश्वर दत्त ने चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है और कांग्रेस प्रत्याशी को जीत की बधाई दी है। उन्होंने कहा, "मुझमें कुछ कमी होगी जिसकी वजह से मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा हूं। मैं कारण नहीं बता सकता। ये जनादेश है। मैंने बहुत मेहनत की थी और आगे मैं और मेहनत करूंगा। मैं जीतने वाले उम्मीदवार को शुभकामनाएं दे चुका हूं।"
कांग्रेस ने कहा- ये किसान और मजदूरों की जीत
वहीं अपनी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने इसे किसान और मजदूर विरोधी ताकतो की हार बताया है। राज्य कांग्रेस की प्रमुख कुमारी शैलजा ने कहा, "इंदु राज नरवाल की जीत किसानों और मजदूरों की जीत है। मैं बरोदा के निवासियों को आश्वासन देना चाहती हूं कि कांग्रेस उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगी।" चूंकि ये सीट कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के मरने से खाली हुई थी, इसलिए यहां जीत से कांग्रेस को विधानसभा में कोई फायदा नहीं हुआ है।
आज तक बरोदा विधानसभा सीट नहीं जीती है भाजपा
बता दें कि भाजपा आजतक बरोदा विधानसभा सीट को जीतने में कामयाब नहीं हुई है। 2009 से पहले ये सीट आरक्षित थी और इसके बाद कांग्रेस श्रीकृष्ण हुड्डा लगातार तीन बार यहां से विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे। 2019 के चुनाव में श्रीकृष्ण हुड्डा को 42,566 और योगेश्वर दत्त को 37,726 वोट मिले थे। जाटलैंड मानी जाने वाली इस विधानसभा में लगभग 1.78 लाख मतदाता है और यहां जाटों का प्रभुत्व है। वे अब तक कांग्रेस का समर्थन करते आए हैं।
अब तक निराशाजनक रहा है योगेश्वर दत्त का राजनीतिक सफर
2012 के ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले योगेश्वर दत्त पिछले साल सितंबर में भाजपा में शामिल हुए थे। पार्टी ने उन्हें अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनावों में भी टिकट दिया था, लेकिन वो जीत हासिल नहीं कर सके। बीते कुछ दिनों से योगेश्वर हरियाणा भाजपा के पूर्व प्रमुख सुभाष बराला के साथ बरोदा के गांवों का दौरा कर रहे हैं। पार्टी के अन्य नेताओं ने भी यहां चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।