आज राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी द्रौपदी मुर्मू
क्या है खबर?
द्रौपदी मुर्मू आज सुबह 10:15 बजे राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि संसद के केंद्रीय कक्ष में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा और मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना मुर्मू को देश के सर्वोच्च पद की शपथ दिलाएंगे।
शपथ के बाद मुर्मू को 21 बंदूकों की सलामी दी जाएगी और फिर वह सबको संबोधित करेंगी। अंत में वह राष्ट्रपति भवन के लिए निकलेंगी जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।
मेहमान
शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन शामिल होगा?
गृह मंत्रालय के अनुसार, मुर्मू के शपथ गृहण समारोह में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य, राज्यपाल, राज्यों के मुख्यमंत्री, विभिन्न देशों के राजदूत, सांसद और प्रमुख सैन्य और नागरिक अधिकारी शामिल होंगे।
समारोह की शुरूआत निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और नई राष्ट्रपति मुर्मू के आगमन के साथ होगी।
कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति थे, वहीं मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति होंगी।
राष्ट्रपति चुनाव
यशवंत सिन्हा को हराकर देश की राष्ट्रपति बनी हैं मुर्मू
बता दें कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार रहीं द्रौपदी मुर्मू विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर देश की राष्ट्रपति बनी हैं।
18 जुलाई को संसद और सभी राज्यों की विधानसभाओं में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी और 21 जुलाई को नतीजे आए।
नतीजों में मुर्मू को कुल 64 प्रतिशत वोट मिले, वहीं सिन्हा को मात्र 36 प्रतिशत वोटों से संतुष्ट करना पड़ा। कई विपक्षी सांसदों और विधायकों ने भी मुर्मू को वोट दिया।
इतिहास
देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं मुर्मू
इस चुनाव में जीत के साथ ही मुर्मू ने इतिहास रच दिया है और वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं। वह ओडिशा से आने वाली पहली राष्ट्रपति भी हैं। वह अब तक की सबसे युवा राष्ट्रपति भी हैं।
इसके अलावा मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति भी हैं। उनसे पहले केवल प्रतिभा पाटिल राष्ट्रपति ही रही हैं।
ओडिशा सरकार में क्लर्क की नौकरी से करियर शुरू करने वालीं मुर्मू इससे पहले झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं।
संबोधन
रविवार रात रामनाथ कोविंद ने किया देश को संबोधित
निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कल अपने कार्यकाल के अंतिम दिन देशवासियों को संबोधित करते हुए उन पर भरोसा दिखाने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने कहा कि कानपुर देहात के परौंख गांव के अति साधारण परिवार में पला-बढ़ा रामनाथ कोविंद अगर आज देशवासियों को संबोधित कर रहा है तो यह केवल देश की जीवंत लोकतांत्रिक व्यवस्था के कारण है।
उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर सरदार पटेल और जवाहरलाल नेहरू जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया।
बयान
संविधान हमारा प्रकाश स्तंभ- राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति ने आगे कहा, "संविधान सभा के सदस्यों के अमूल्य योगदान से निर्मित भारत का संविधान हमारा प्रकाश-स्तम्भ रहा है। हमारे पूर्वजों और हमारे आधुनिक राष्ट्र-निर्माताओं ने अपने कठिन परिश्रम और सेवा भावना के द्वारा न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता के आदर्शों को चरितार्थ किया था। हमें केवल उनके पदचिह्नों पर चलना है और आगे बढ़ते रहना है।"
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए देश सक्षम हो रहा है, इसका उन्हें पूरा विश्वास है।