विशाखापट्टनम गैस लीक: अब तक 13 की मौत, प्रधानमंत्री मोदी की बैठक समेत जानें बड़ी बातें
क्या है खबर?
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक मल्टीनेशनल कंपनी के केमिकल प्लांट में गैस लीक होने से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं लगभग 200 अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) आसपास के पांच गांवों से हजारों लोगों को बाहर निकाला गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी विशाखापट्टनम के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मामले को लेकर मंत्रियों के साथ बैठक की।
मामला
सुबह तीन बजे अचानक लीक हुई गैस
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार विशाखापट्टनम के RS वेंकटपुरम गांव में LG पॉलिमर इंडस्ट्री प्लांट में सुबह तीन बजे अचानक जहरीली गैस का रिवास शुरू हो गया। उस दौरान आस-पास के गांवों में लोग सोए हुए थे।
गैस का रिसाव करीब पांच किलोमीटर में फैल गया है और लोगों को आंखों में जलन और दम घुटने की समस्या होने लगी।
अस्पताल के लिए निकले कई लोग सड़क पर ही बेहोश होकर गिर गए, वहीं कुछ लोग नाले में गिर पड़े।
घटना
घटना के समय प्लांट में थे 1,000-1,500 लोग
जिला कलेक्टर विनय चंद ने कहा कि उन्हें सुबह 4:15 के आसपास घटना की पहली जानकारी मिली और प्रशासन मौके पर पहुंचा। पुलिस, NDRF, SDRF और भारतीय नौसेना ने आसपास के पांच गांवों के लोगों को बाहर निकाला और उन्हें मुंह और नाक पर गीला कपड़ा बांधने की सलाह दी गई।
पुलिस कमिश्रनर आरके मीणा के अनुसार, घटना के समय प्लांट में 1,000-1,500 लोग थे और उनमें से किसी की मौत नहीं हुई है।
लीक का कारण
कैसे लीक हुई गैस?
अधिकारियों के अनुसार, लॉकडाउन में राहत के बाद केमिकल प्लांट को दोबारा शुरू करने की तैयारी की जा रही थी और इसी दौरान गैस लीक हुई। उन्होंने कहा कि गैस जहरीली नहीं है, लेकिन ज्यादा मात्रा में शरीर के अंदर जाने पर दिक्कत हो सकती है।
वहीं प्लांट की मालिक दक्षिण कोरियाई कंपनी 'LG केम' ने बयान जारी करते हुए कहा है कि स्थिति पर काबू पाया जा चुका है।
अधिकारियों ने गैस निष्क्रिय किए जाने की बात कही है।
जानकारी
अस्पताल में भर्ती लोगों में 45 बच्चे, छह की स्थिति नाजुक
गैस लीक होने सेे लगभग 1,000 लोग प्रभावित हुए हैं और 45 बच्चों समेत करीब 200 को किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छह बच्चों की स्थिति नाजुक है। नौसेना के उपकरण से एक साथ छह लोगों को ऑक्सीजन दी जा रही है।
बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने की NDMA के अधिकारियों के साथ बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने मामले पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी के मुख्य सचिव डॉ पीके मिश्रा ने भी मामले पर कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, NDMA, NDRF, AIIMS के निदेशक और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने विशेषज्ञों की एक टीम विशाखापट्टनम भेजने का आदेश दिया।
ट्वीट
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने किया घटना पर ट्वीट
इससे पहले घटना पर ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, 'विशाखापट्टनम के संबंध में गृह मंत्रालय और NDMA के अधिकारियों से बात की है। इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मैं विशाखापत्तनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।'
वहीं अमित शाह ने ट्वीट किया, ' विशाखापट्टनम की घटना परेशान करने वाली है... हम मामले पर लगातार और करीबी नजर रखे हुए हैं। मैं विशाखापट्टनम के लोगों की सलामती की दुआ करता हूं।'
प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर जताया दुख
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, 'विशाखापत्तनम के पास एक प्लांट में गैस लीक होने की खबर, जिसमें कई लोगों की जान गई, से दुख हुआ है। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं घायलों के ठीक होने और सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।'
उन्होंने इस बात का भरोसा जताया कि प्रशासन स्थिति को जल्द से जल्द नियंत्रण में जाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
दौरा
विशाखापट्टनम के लिए रवाना हुए मुख्यमंत्री जगन रेड्डी, अस्पताल का करेंगे दौरा
वहीं राज्य के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने घटना पर रोष व्यक्त करते हुए जिला कलेक्टर को प्रभावित लोगों की मदद करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जो हो सके वो करने का आदेश दिया।
जगन विशाखापट्टनम के लिए रवाना हो गए हैं जहां वे स्थिति का खुद जायजा लेंगे। वे किंग जॉर्ज अस्पताल भी जाएंगे जहां घटना से प्रभावित ज्यादातर लोग भर्ती हैं। वे मामले पर करीबी नजर रखे हुए हैं।