प्रधानमंत्री मोदी का डेढ़ साल के अंदर 10 लाख लोगों को नौकरी देने का निर्देश
बढ़ती बेरोजगारी का मुकाबला करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों को अगले डेढ़ साल के अंदर 10 लाख नौकरियां पैदा करने का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने आज बयान जारी करते हुए यह जानकारी दी। PMO ने बताया कि प्रधानमंत्री ने ये निर्देश सभी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन (पदों) की समीक्षा करने के बाद दिया है। सभी विभागों को मिशन मोड पर यह करने को कहा गया है।
देशभर में खाली पड़े हैं 60 लाख से अधिक सरकारी पद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से ये निर्देश ऐसे समय पर दिया गया है जब बेरोजगारी देश का सबसे ज्वलंत और जरूरी मुद्दा बनी हुई है। विपक्ष मामले में लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है, हालांकि विपक्षी पार्टियों के शासन वाले राज्यों में भी स्थिति कुछ ठीक नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में 60 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। इनमें से 30 लाख पद केंद्र सरकार और बाकी 30 लाख राज्य सरकारों के विभागों में हैं।
अप्रैल में 7.83 प्रतिशत रही थी बेरोजगारी दर
आंकड़ों की बात करें तो देश में अप्रैल में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.83 प्रतिशत पर पहुंच गई, जबकि मार्च में यह दर 7.60 प्रतिशत थी। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) की ओर जारी की गई रिपोर्ट में ये आंकड़े सामने आए। राज्यों की बात करें तो हरियाणा में बेरोजगारी सबसे अधिक है। यहां बेरोजगारी दर 34.5 प्रतिशत पर है, यानि तीसरी युवा बेरोजगार है। 28.5 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ दूसरे पायदान पर है।
शहरों में बढ़ी तो गांवों में घटी बेरोजगारी दर
CMIE की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में शहरी बेरोजगारी दर अप्रैल में बढ़कर 9.22 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो मार्च के महीने में 8.28 प्रतिशत पर थी। ऐसे में शहरी क्षेत्रों की बेरोजगारी दर में 0.94 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसके उलट ग्रामीण ग्रामीण बेरोजगारी दर में गिरावट देखने को मिली है। मार्च में ग्रमीण बेरोजगारी की दर 7.29 प्रतिशत थी, जो अ्रपैल में 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7.18 प्रतिशत पर पहुंच गई।
क्या है बेरोजगारी दर बढ़ने के कारण?
CMIE के अनुसार, अर्थशास्त्रियों का कहना है कि सुस्त घरेलू मांग और बढ़ती कीमतों के बीच आर्थिक सुधार की धीमी गति से रोजगार के अवसर प्रभावित हुए हैं। इसके कारण लोगों को रोजगार नहीं मिल सका है। नोटबंदी और कोरोना वायरस महामारी के कारण भी बेरोजगारी में वृद्धि हुई है। सरकारों के खाली पदों को न भरना भी बेरोजगारी बढ़ने का एक कारण है। विशेषज्ञों ने बेरोजगारी को नियंत्रित न करने पर विस्फोटक स्थिति होने की आशंका जताई है।
न्यूजबाइट्स प्लस
2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा ने हर साल दो करोड़ नौकरियां पैदा करने का वादा किया था। हालांकि वह इसके मुकाबले बेहद ही कम नौकरियां प्रदान कर सकी है। इसके कारण उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है।