भाजपा के नेतृत्व वाली NDA ने द्रौपदी मुर्मू को बनाया राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली NDA ने द्रौपदी मुर्मू को अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। 64 वर्षीया मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। बता दें, देश के सबसे बड़े पद के लिए मंगलवार को ही विपक्ष की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम की घोषणा की गई है।
जेपी नड्डा ने किया ऐलान
NDA गठबंधन के उम्मीदवार के नाम पर चर्चा के लिए मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। इस बैठक में 20 नामों पर चर्चा की गई और अंत में मुर्मू का नाम फाइनल हुआ। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुर्मू के नाम का ऐलान किया। इस बैठक में नड्डा के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी समेत अन्य कई नेता मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने की तारीफ
प्रधानमंत्री मोदी मुर्मू की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, 'द्रौपदी मुर्मू ने समाज सेवा और गरीबों, वंचितों और शोषितों के सशक्तिकरण में अपना जीवन खपा दिया। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है। मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति साबित होंगी।'
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?
20 जून, 1958 को ओडिशा में जन्मी मुर्मू ने पार्षद बनने के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। उन्होंने भुवनेश्वर के रमा देवी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है। वे ओडिशा से दो बार विधायक रह चुकी हैं। ओडिशा में भाजपा और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान मुर्मू राज्य मंत्री रही थीं। उन्होंने ओडिशा सरकार में ट्रांसपोर्ट, वाणिज्य, मछली पालन, पशु पालन जैसे कई अहम विभाग संभाले हैं।
निर्वाचित हुईं तो बनेंगी पहली आदिवासी राष्ट्रपति
राजनीति और समाज सेवा में लगभग दो दशक बिताने वाली मुर्मू 2015 में झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं थीं। वह राज्यपाल नियुक्त होने वाली पहली महिला आदिवासी नेता रही हैं। अगर मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव जीत जाती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। साथ ही प्रतिभा पाटिल के बाद देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनेंगी। अगर मुर्मू देश की राष्ट्रपति बन जाती हैं तो वे ओडिशा राज्य से आने वाली पहली राष्ट्रपति होंगी।
अगले महीने होने हैं राष्ट्रपति चुनाव
राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा और अगर जरूरत पड़ी तो 21 जुलाई को मतगणना की जाएगी। 25 जुलाई को देश के 15वें राष्ट्रपति शपथ लेंगे। चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून रखी गई है और 30 जून को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। वहीं नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 2 जुलाई होगी। अगर किसी उम्मीदवार के नाम पर सर्वसम्मति नहीं बनती है तो 18 जुलाई को मतदान होगा।