देवेंद्र फडणवीस होंगे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री; एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन गृह मंत्रालय पर अड़े
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के 11 दिन बाद आखिरकार नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो गया है। देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे। आज मुंबई में भाजपा विधायल दल की बैठक में फडणवीस के नाम पर मुहर लग गई है। इसके बाद फडणवीस ने राजभवन जाकर विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा। इस दौरान उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी मौजूद थे। 5 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
मुख्यमंत्री के साथ 2 उपमुख्यमंत्री भी लेंगे शपथ
भाजपा ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। बैठक में फडणवीस के नाम का प्रस्ताव लाया गया। सुधीर मुनगंटीवार और चंद्रकांत पाटिल ने फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा और पंकजा मुंडे ने इसका समर्थन किया। इसके बाद फडणवीस मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ चर्चा की। मुंबई में 5 दिसंबर की शाम शपथ ग्रहण होगा। फडणवीस के साथ 2 उपमुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे।
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शिंदे उपमुख्यमंत्री बनने को तैयार, लेकिन ये है शर्त
शिंदे उपमुख्यमंत्री बनने को तो तैयार हो गए हैं, लेकिन कथित तौर पर गृह मंत्रालय की मांग पर अड़ गए हैं। राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपने के बाद फडणवीस ने शिंदे के आवास वर्षा पहुंचकर उनके साथ करीब 40 मिनट तक चर्चा की। फडणवीस ने शिंदे को भरोसा दिलाया है कि वे इस मांग पर आलाकमान से बात करेंगे। इस दौरान दोनों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा हुई।
तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे फडणवीस
कल यानी 5 दिसंबर को फडणवीस तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। वे सबसे पहले अक्टूबर, 2014 में मुख्यमंत्री बने थे। तब वे राज्य के दूसरे सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री थे। दूसरे बार उन्होंने 23 नवंबर, 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, उनकी ये सरकार केवल 80 घंटे ही चल सकी और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। अब वे तीसरी बार शपथ लेने जा रहे हैं।
शिंदे ने कहा था- प्रधानमंत्री जो फैसला लेंगे वो मंजूर
27 नवंबर को कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से लगभग खुद को बाहर कर दिया था। उन्होंने कहा था, "मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर कहा था कि हमारे बीच कोई अड़चन नहीं है। आप जो भी फैसला लेंगे, वो हमें मंजूर होगा। हम NDA का हिस्सा हैं। अगर भाजपा के लिए लेते हैं फैसला, या किसी के लिए फैसला लेते हैं हमें मंजूर होगा। मुझे भाजपा की सरकार से कोई दिक्कत नहीं है।"
दिल्ली में हुई थी महायुति की बैठक
28 नवंबर की देर रात दिल्ली में महायुति के प्रमुख नेताओं फडणवीस, शिंदे और अजित के बीच बैठक हुई थी। इसमें गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। शाह के साथ बैठक से पहले फड़नवीस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सांसद सुनील तटकरे के आवास पर अजित पवार से अलग से मुलाकात की थी। हालांकि, इस बैठक में कुछ मुद्दों को लेकर सहमति नहीं बन सकी थी।
क्या थे महाराष्ट्र के चुनावी परिणाम?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावी नतीजों में शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP के महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीती हैं। भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और NCP को 41 सीटें मिली हैं। गठबंधन में शामिल छोटी पार्टियों ने भी 5 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी (MVA) में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) को 20, कांग्रेस को 16 और NCP (शरद पवार) को 10 सीटें मिली हैं।