केंद्र ने मणिपुर भेजी CAPF की 50 अतिरिक्त कंपनियां, गृह मंत्री ने ली उच्च स्तरीय बैठक
मणिपुर में हिंसा जारी है। रविवार देर रात को विरोध प्रदर्शन में गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। इस बीच सोमवार को जिरीबाम जिले के कई भाजपा पदाधिकारियों ने राज्य की बिगड़ी स्थिति को लेकर सामूहिक इस्तीफा दे दिया। इधर, मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक लेकर मणिपुर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 50 अतिरिक्त कंपनियां भेजने के आदेश दे दिए।
पुलिस कार्रवाई में हुई एक प्रदर्शनकारी की मौत
पुलिस ने बताया कि जिरीबाम जिले में रात 11 बजे हिंसक भीड़ ने भाजपा और कांग्रेस के कार्यालयों पर हमला कर दिया था। लोगों ने कार्यालयों में तोड़फोड़ कर आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले चलाने के साथ गोली भी चलानी पड़ी थी। इस दौरान गोली लगने से के अथौबा (20) नामक युवक की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।
भाजपा नेताओं ने सौंपा सामूहिक इस्तीफा
सोमवार सुबह जिरीबाम जिले भाजपा नेताओं ने राज्य में भड़की हिंसा और बिगड़ी कानून व्यवस्था के विरोध में एकजुट होकर सामूहिक इस्तीफे दिए। भाजपा नेताओं ने मणिपुर भाजपा प्रमुख शारदा देवी को संबोधित एक संयुक्त इस्तीफे पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकि, भाजपा के प्रदेश कार्यालय ने स्पष्ट किया कि उन्हें अभी तक जिरीबाम मंडल की भाजपा समिति से कोई इस्तीफा पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलने के बाद भी स्थिति स्पष्ट होगी।
गृह मंत्री ने ली उच्च स्तरीय बैठक
गृह मंत्री शाह ने मणिपुर में जारी हिंसा स्थिति पर चर्चा करने और उस पर नियंत्रण करने के लिए दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इसमें उन्होंने बढ़ते तनाव के चलते राज्य में सुरक्षा तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने CAPF की 50 अतिरिक्त कंपनियों को मणिपुर भेजने के आदेश दे दिए। इससे पहले 20 कंपनियों की तैनाती की गई थी। ऐसे में अब मणिपुर में CAPF की 70 कंपनियां हो गई हैं।
मणिपुर में शनिवार को हुई थी हिंसा
बता दें कि मणिपुर के जीरीबाम की बराक नदी से 6 विस्थापितों के शव मिलने के बाद शनिवार को इंफाल में जमकर हिंसा हुई। प्रदर्शनकारियों ने 3 मंत्रियों और 6 विधायकों के घरों पर हमला कर आगजनी की। इसके अलावा, मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर हमले का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इसके बाद 3 जिलों में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी है।
NPP ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से वापस लिया समर्थन
मणिपुर में जारी हिंसा के बीच रविवार शाम को कॉनराड संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भाजपा के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजे गए एक आधिकारिक पत्र में NPP ने राज्य में मौजूदा कानून और व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह पर मौजूदा स्थिति से निपटने में नाकाम होने का आरोप लगा दिया।
गृह मंत्रालय ने NIA को सौंपी जांच
गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को मणिपुर में हाल की हिंसा से जुड़े 3 मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। पहला मामला जिरीबाम जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और कुकी उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ का है। मुठभेड़ में कम से कम 11 कुकी उग्रवादी मारे गए। छह लोगों के अपहरण और हत्या का एक अलग मामला भी आतंकवाद निरोधी एजेंसी को सौंप दिया गया है।