महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे का बड़ा दांव, गाय को 'राजमाता' का दर्जा
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले महायुति गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा दांव चला है। उन्होंने गाय को 'राजमाता' का दर्जा दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया है, जिसका आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश में गाय के महत्व को बताते हुए इसे लागू करने की बात कही गई है। बता दें, महाराष्ट्र से पहले उत्तराखंड ने 2018 में गाय को 'राजमाता' घोषित किया था।
आदेश में बताया, गाय, गोबर और गोमूत्र का महत्व
महाराष्ट्र सरकार के आदेश में कहा गया है कि वैदिक काल से ही भारत में गाय की उपयोगिता बताई गई है, जिसमें गाय के दूध, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार प्रणाली और जैविक में गाय के गोबर और गोमूत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है। आदेश में कहा गया है कि सनातन धर्म में गाय की पूजा होती है और कई हिंदू संगठन गाय को माता का दर्जा देने की मांग कर रहे थे।
महाराष्ट्र में 26 नवंबर से पहले होंगे चुनाव
चुनाव आयोग की टीम 28 सितंबर को विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए महाराष्ट्र के दौरे पर पहुंची थी। इस दौरान टीम ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक की थी। चुनाव आयोग ने अभी तारीख का ऐलान नहीं किया है, लेकिन बताया जा रहा है कि इसे 26 नवंबर से पहले कराया जाएगा क्योंकि विधानसभा का कार्यकाल नवंबर में समाप्त हो रहा है। चुनाव में भाजपा के महायुति और कांग्रेस के महाविकास अघाड़ी गठबंधन के बीच मुकाबला होगा।
राजमाता के दर्जा से क्या होगा फायदा?
गाय को राजमाता का दर्जा दिए जाने के बाद महाराष्ट्र में गाय विशेष पशु के दायरे में आ गई है। इसके साथ किसी प्रकार की क्रूरता और अपमान पर सजा हो सकती है। सरकार की ओर से भी गाय पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।