
CBI ने बताया मनीष सिसोदिया को क्यों किया गिरफ्तार, आज कोर्ट में होगी पेशी
क्या है खबर?
नई शराब नीति में कथित घोटाले को लेकर 8 घंटे तक चली लंबी पूछताछ के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कल गिरफ्तार कर लिया। सिसोदिया भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने वाले दिल्ली सरकार के दूसरे मंत्री हैं।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार किया था।
आइये जानते हैं कि CBI ने सिसोदिया को क्यों गिरफ्तार किया।
बयान
जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं सिसोदिया- CBI
CBI के अधिकारियों ने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता से रविवार को शराब नीति को लेकर विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ की गई, जिसमें दिनेश अरोड़ा और अन्य आरोपियों के साथ उनके संबंध और कई मोबाइल फोन से मैसेज के आदान-प्रदान का विवरण शामिल रहा।
उनका आरोप है कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और उन्होंने महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पूछे गए सवालों पर भी कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।
पेशी
गोलमोल जवाब दे रहे थे सिसोदिया- CBI
CBI अधिकारियों ने कहा, "उन्होंने (मनीष सिसोदिया) साक्ष्यों के आधार पर पूछे गए सवालों के बाद भी जांच में कोई सहयोग नहीं किया और वह गोलमोल जवाब देते रहे।"
अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान महसूस की किया कि गहन पूछताछ के लिए सिसोदिया को हिरासत में लेना आवश्यक है और इसलिए उन्हें मुख्यालय में ही हिरासत में ले लिया गया।
जांच अधिकारियों ने कहा कि सिसोदिया को आज कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
CBI
CBI ने और क्या कहा?
CBI ने अपने बयान में कहा, "साल 2021-22 के लिए नई शराब नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की के मामले की जांच में दिल्ली उपमुख्यमंत्री और प्रभारी आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया और 14 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इन पर टेंडर के बाद लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप है।"
सिसोदिया रविवार सुबह 11 बजे के करीब CBI मुख्यालय पहुंचे थे और पूछताछ में सहयोग ने करने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
केजरीवाल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सिसोदिया को बताया बेकसूर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए सिसोदिया को बेकसूर बताया है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'मनीष बेकसूर हैं। उनकी गिरफ्तारी गंदी राजनीति है। मनीष की गिरफ्तारी से लोगों में बहुत रोष है। लोग सब देख रहे हैं। लोगों को सब समझ आ रहा है। लोग इसका जवाब देंगे। इससे हमारे हौसले और बढ़ेंगे। हमारा संघर्ष और मजबूत होगा।'
सिसोदिया भी अपने ऊपर लगे आरोपों को 'फर्जी' करार दे चुके हैं।
ट्विटर पोस्ट
समाजवादी पार्टी अखिलेश बोले- सच को भला कब तक गिरफ्तार रखा जा सकता है
मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी ने साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार 2024 से पहले ही अपनी हार मान चुकी है, इसीलिए अलग-अलग प्रदेशों में विपक्षी राजनीतिक शक्तियों को झूठे मुक़दमों में फँसा रही है, लेकिन संघर्षशील लोग जेल जाने से नहीं डरते।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 26, 2023
सच को भला कब तक गिरफ़्तार रखा जा सकता है।
प्रतिक्रिया
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी उठाए सवाल
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने भी सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'मुझे आश्चर्य है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिना कोई होमवर्क किए CBI को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से पूछताछ करने और उन मुकदमा चलाने के मंजूरी दे दी है। इतने दिनों तक कवायद और नतीजा जीरो। बेहतर होगा कि अमित शाह अपने मंत्रालय का नुकसान होने से बचाए और CBI की पूछताछ बंद कर दें।'