नागालैंड और मेघालय में विधानसभा चुनाव का मतदान शुरू
नागालैंड और मेघालय की 60-60 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। नागालैंड में विभिन्न पार्टियों के कुल 183 उम्मीदवार अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि मेघायल में 369 उम्मीदवारों की साख दांव पर लगी है। इस बार नागालैंड में कुल 2,315 और मेघालय में कुल 3,419 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और इन मतदान केंद्रों पर शाम 4 बजे तक मतदान होगा। दोनों राज्यों के चुनावों के नतीजे 2 मार्च को घोषित होंगे।
किस राज्य में कितने मतदाता?
नागालैंड में 6.55 लाख से अधिक महिला मतदाताओं सहित लगभग 13 लाख मतदाता इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं, जबकि मेघालय में 21.61 लाख मतदाता उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। नागालैंड में इस बार 531 केंद्र शहरी और 1,784 केंद्र ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं, जबकि मेघालय में 325 केंद्र शहरी और 3,157 केंद्र ग्रामीण इलाकों में बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर मतदान जारी है।
नागालैंड में कौन-कौन सी पार्टियां मैदान में?
नागालैंड में भाजपा सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। जहां 20 सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि NDPP ने बाकी बची 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसकी नागालैंड में पकड़ मजबूत है। कांग्रेस ने 23 उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 2018 के चुनाव में कांग्रेस का नागालैंड में सफाया हो गया था।
नागालैंड में पिछले चुनाव के क्या नतीजे रहे थे?
2018 के नागालैंड चुनाव में NPF 26 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन सरकार नहीं बना पाई। NDPP ने इस चुनाव में 18 और भाजपा ने 12 सीटें हासिल करते हुए गठबंधन की सरकार बनाई थी। हालांकि, इस चुनाव के बाद विपक्षी दल NPF के करीब 21 विधायक NDPP में शामिल हो गए थे। इस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नेफियू रियो के लिए भाजपा के गठबंधन के साथ सत्ता पर वापसी करना आसान लग रहा है।
मेघालय में क्या हैं चुनावी समीकरण?
मेघालय में भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ इस चुनाव में भाजपा ने कोई गठबंधन नहीं किया है। मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने NPP के अकेले दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इस चुनाव में उन्हें सत्ता विरोधी लहर से जूझना पड़ेगा और इससे भाजपा को फायदा मिल सकता है। हालांकि, बीते चुनावों की तरह बहुमत न मिलने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए यहां जोड़-तोड़ किया जा सकता है।
मेघालय में पिछले चुनाव में क्या हुआ था?
2018 के मेघालय विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और 60 विधानसभा सीटों में से उसने 21 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि NPP के हिस्से 19 सीटें आई थीं। चुनाव के बाद मेघालय डेमोक्रेटिक फ्रंट (MDF) बना, जिसका भाजपा समेत अन्य क्षेत्रीय दलों ने समर्थन किया और NPP ने सरकार बनाई। चुनाव के बाद कांग्रेस के कई विधायक दल-बदल करके TMC में शामिल हो गए और कांग्रेस को यहां भारी नुकसान उठाना पड़ा।