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RSS मानहानि केस में राहुल ने खुद को बताया निर्दोष, जानें क्या है मामला

RSS मानहानि केस में राहुल ने खुद को बताया निर्दोष, जानें क्या है मामला

Jul 04, 2019
11:51 am

क्या है खबर?

एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद से आधिकारिक तौर पर इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी के लिए और मुसीबतें आगे इंतजार कर रही हैं। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ दिए गए बयानों पर हुए मानहानि के मुकदमों में उन्हें इस महीने कम से कम 5 अलग-अलग कोर्ट के सामने पेश होना होगा। पहले मामले में आज वह मुंबई की मजगांव मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश हुए।

सुनवाई

राहुल ने खुद को बताया निर्दोष

कोर्ट की सुनवाई के दौरान राहुल ने खुद को निर्दोष बताया। उन्हें 15,000 रुपये की जमानत राशि पर रिहा किया गया। पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड ने उनकी जिम्मेदारी ली। इससे पहले जब राहुल पेशी के लिए आए तो कांग्रेस के कई समर्थन कोर्ट के सामन इकट्ठा हो गए और नारेबाजी की। वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और मिलिंद देवड़ा राहुल के साथ कोर्ट पहुंचे। राहुल के कुछ देर बाद मामले में अन्य आरोपी सीताराम येचुरी कोर्ट पहुंचे।

ट्विटर पोस्ट

RSS के खिलाफ बयान देने के लिए राहुल की कोर्ट में पेशी

मानहानि

गौरी लंकेश की हत्या को RSS से जोड़ने पर पेशी

राहुल के खिलाफ मानहानि का ये केस पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को RSS से जोड़ने के लिए किया गया है। बुधवार को समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए शिकायतकर्ता ध्रुतिमान जोशी ने कहा कि ये कहने के लिए कि गौरी लंकेश को इसलिए मारा गया क्योंकि वो RSS के खिलाफ बोलीं, मैंने 2017 में राहुल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था और वह कल कोर्ट में पेश होंगे।

जानकारी

राहुल के साथ येचुरी भी आरोपी

जोशी ने राहुल के अलावा सोनिया गांधी, CPI(M) और उसके नेता सीताराम येचुरी पर भी मानहानि का केस किया था। लेकिन कोर्ट ने सोनिया और CPI(M) के खिलाफ शिकायत को खारिज कर दिया। येचुरी और राहुल को कोर्ट ने पेश होने का आदेश दिया था।

गौरी लंकेश हत्या

क्या है गौरी लंकेश की हत्या का मामला?

5 सितंबर 2017 को 2 बाइक सवार हमलावरों ने गौरी लंकेश की बेंगलुरू स्थित उनके घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी। लंकेश को धार्मिक आडंबरों पर हमला करती रहती थीं। उनकी हत्या के बाद जमकर हंगामा हुआ था और हिंदूवादी ताकतों पर उनकी हत्या करने का आरोप लगा था। लंकेश को अपशब्द कहने वाले व्यक्ति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ट्विटर पर फॉलो किए जाने की खबर सामने आने के बाद विवाद और बढ़ गया था।

बयान

क्या कहा था राहुल ने?

जोशी के अनुसार, लंकेश की हत्या के एक दिन बाद राहुल ने RSS पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा था, "जो भी भाजपा की विचारधारा के खिलाफ बोलता है, जो भी RSS की विचारधारा के खिलाफ बोलता है, उस पर दवाब डाला जाता है, पीटा और हमला किया जाता है और मार दिया जाता है।" उन्होंने येचुरी पर भी RSS की विचारधारा और उसके लोगों को हत्या के जिम्मेदार ठहराने का आरोप लगाया है।

अन्य मुकदमे

इन मामलों में भी होगी इसी महीने सुनवाई

अन्य मुकदमों की बात करें तो राहुल को 6 जुलाई को पटना की एक कोर्ट में पेश होना है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 'सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है' कहने के लिए उन पर ये केस किया है। इसके बाद अमित शाह को "हत्या का आरोपी" कहने के लिए उन्हें 9 जुलाई को अहमदाबाद की एक कोर्ट के सामने पेश होना है। 12 जुलाई को भी उन्हें अहमदाबाद की एक कोर्ट में पेश होना है।

जानकारी

24 जुलाई को सूरत में पेशी

वहीं, 24 जुलाई को "सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है" बयान के लिए मानहानि के एक अलग केस में सूरत की एक कोर्ट में पेश होंगे। राहुल पर इस बयान के जरिए पूरे मोदी समुदाय को बदनाम करने का आरोप लगाया गया है।

इस्तीफा

राहुल ने कल दिया इस्तीफा

बता दें कि कल राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से आधिकारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया था। पार्टी से अगला अध्यक्ष चुनने की मांग करते हुए उन्होंने कहा था, "मैं इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हूं। मैंने पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया और अब मैं पार्टी अध्यक्ष नहीं हूं। कांग्रेस कार्यसमिति को जल्द बैठक बुलाकर फैसला करना चाहिए।" सोशल मीडिया पर जारी किए गए अपने पत्र में उन्होंने कांग्रेस में बड़े बदलाव को जरूरत बताया था।