INS विक्रमादित्य पर लगी आग, बुझाने की कोशिश में एक नौसेना अफसर शहीद
भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्टर कैरियर INS विक्रमादित्य में आग लगने से नौसेना के एक अधिकारी की जान चली गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब जहाज कर्नाटक के कारवाड़ बंदरगाह में प्रवेश कर रहा था। नौसेना ने बयान जारी कर कहा कि लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान ने आग बुझाने के प्रयासों का बहादुरी से नेतृत्व किया। आग बुझाने के दौरान चौहान बेहोश हो गए, जहां से उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
समय रहता पाया गया आग पर काबू
नौसेना ने कहा कि आग पर समय रहते हुए काबू पा लिया गया था, जिस वजह से जहाज की युद्ध क्षमता को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मामले की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का गठन कर दिया गया है।
भारतीय नौसेना का बयान
समुद्र में तैरते शहर के बराबर है INS विक्रमादित्य
INS विक्रमादित्य को 2013 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। 2.3 बिलियन डॉलर की कीमत वाले इस एयरक्राफ्ट कैरियर को फिलहाल कर्नाटक के कारवाड़ पोर्ट पर तैनात किया हुआ है। भारतीय नौसेना की इस सबसे भारी जहाज का वजन 40,000 टन है। यह 284 मीटर लंबी और 20 मंजिल इमारत के बराबर ऊंचाई वाली जहाज है। यह लगातार 45 दिन समुद्र में रह सकता है। इस पर 30 लड़ाकू विमान और टोही हेलिकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं।