बंगाल: सीतलकुची में चार नहीं, आठ लोगों को गोली मारनी चाहिए थी- भाजपा नेता राहुल सिन्हा
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में केंद्रीय बलों की फायरिंग में चार लोगों की मौत के बाद शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है।
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान के बाद अब पार्टी के एक और नेता राहुल सिन्हा ने इसे लेकर बयान दिया है, जिस पर हंगामा खड़ा हो सकता है।
सिन्हा ने कहा कि कूच बिहार के सीतलकुची में केंद्रीय बलों द्वारा चार नहीं बल्कि आठ लोगों को गोली मारी जानी चाहिए थी।
पृष्ठभूमि
सीतलकुची में क्या हुआ था?
शनिवार सुबह बंगाल में चौथे चरण की वोटिंग के दौरान कूच बिहार की सीतलकुची सीट के बूथ नंबर 126 पर CISF के जवानों ने भीड़ पर फायरिंग कर दी थी जिसमें चार लोग मारे गए थे और एक व्यक्ति घायल हुआ था।
चुनाव आयोग के विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि करीब 350-400 लोगों की भीड़ ने जवानों को घेरकर उनके हथियार छीनने की कोशिश की थी जिसके बाद उन्होंने आत्मरक्षा में गोली चलाई।
बयान
सीतलकुची में चार नहीं, आठ लोगों को गोली मारी जानी चाहिए थी- सिन्हा
इंडिया टुडे के अनुसार, हबरा विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार सिन्हा ने कहा, "सीतलकुची में चार नहीं, आठ लोगों को गोली मारी जानी चाहिए थी।"
एक रैली को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि सीतलकुची में चार नहीं बल्कि आठ लोगों को गोली मार दी जानी चाहिए। केंद्रीय सुरक्षाबलों ने चार लोगों को इसलिए गोली मारी क्योंकि एक मतदान केंद्र पर भाजपा का समर्थन कर रहे एक 18 साल के लड़के को गोली मार दी गई थी।
बयान
फिर घटना हुई तो ऐसा ही जवाब देंगे केंद्रीय बल- सिन्हा
सिन्हा ने कहा कि चौथे चरण के मतदान के दौरान केंद्रीय बलों ने उचित जवाब दिया था और अगर फिर से ऐसी घटना होगी तो केंद्रीय बल ऐसा ही जवाब देंगे।
बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने कहा कि ममता बनर्जी गलत काम कर लोगों को वोट डालने से रोक रहे लोगों की नेता हैं। ममता के दिन खत्म हो गए हैं। गुंडे लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करने से रोक रहे हैं।
बयान
तृणमूल कांग्रेस ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी?
तृणमूल कांग्रेस नेता ज्योति प्रिया मलिक ने इस टिप्पणी के कारण सिन्हा की आलोचना करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को भाजपा पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा बर्बर, असभ्य और हिंसक पार्टी है और आयोग को इसे प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
बयान
घोष के किस बयान पर विवाद हुआ था?
सिन्हा से पहले दिलीप घोष ने भी चेतावनी देते हुए कहा था कि पांचवे दौर में भी सीतलकुची जैसी घटना हो सकती है।
उत्तर 24 परगना जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि शरारती लड़के नहीं मानते हैं और कानून को अपने हाथ में लेते हैं तो कूच बिहार जैसी घटना फिर से हो सकती है।
उन्होंने कहा था कि सीतलकूची की घटना देखने के बाद लोग दोबारा ऐसी गलती करने की हिम्मत नहीं करेंगे।
प्रतिक्रिया
ममता बनर्जी ने बताया था नरसंहार
दूसरी तरफ ममता बनर्जी ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों की फायरिंग में चार लोगों की मौत को नरसंहार करार दिया था।
मृतकों के सीने में गोली मारे जाने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि CISF ने लोगों को मारने के मकसद से गोलियां चलाई थीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि CISF को भीड़ नियंत्रित करने का कोई अनुभव नहीं है और उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की।