पश्चिम बंगाल के लोगों को मुफ्त में लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन, ममता बनर्जी ने किया ऐलान
पश्चिम बंगाल के सभी निवासियों को मुफ्त में कोरोना वायरस वैक्सीन लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को इसका ऐलान करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी लोगों को मुफ्त में कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने का इंतजाम कर रही है। इसी के साथ बंगाल केरल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और बिहार समेत उन चुनिंदा राज्यों की सूची में शामिल हो गया है जो अपने राज्य के निवासियों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन लगाने का ऐलान कर चुके हैं।
केंद्र सरकार के काम का श्रेय लेने की कोशिश कर रहीं ममता- भाजपा
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में इस साल गर्मियों में विधानसभा चुनाव होने हैं और सभी निवासियों को मुफ्त वैक्सीन प्रदान करने के ममता के इस ऐलान को इन चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है और आगामी चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने कहा है कि ममता केंद्र सरकार के काम का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही हैं।
16 जनवरी से देश में शुरू होगा वैक्सीनेशन अभियान
बता दें कि भारत में 16 जनवरी यानि अगले शनिवार से कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरू होगा और सरकार का लक्ष्य जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाना है। इसमें सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी और इसके बाद पुलिसकर्मियों और सफाई कर्मचारियों समेत महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात लगभग दो करोड़ कर्मचारियों को खुराक दी जाएगी। केंद्र सरकार इन सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का ऐलान कर चुकी है।
स्वास्थ्यकर्मियों और कर्मचारियों के बाद बुजुर्गों को लगाई जाएगी वैक्सीन
स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर खड़े अन्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। इसके बाद 50 से कम उम्र के ऐसे लोग जो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उनका नंबर आएगा और उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी। सबसे अंत में युवा और स्वस्थ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगवाना अनिवार्य नहीं होगा, बल्कि यह लोगों की स्वेच्छा पर निर्भर करेगा।
केजरीवाल ने केंद्र सरकार से किया सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगवाने का अनुरोध
केंद्र सरकार ने अभी तक स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर खड़े कर्मचारियों के अलावा अन्य किसी को मुफ्त कोरोना वैक्सीन लगाने का ऐलान नहीं किया है, हालांकि उससे लगातार ऐसी मांग की जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी शनिवार को ये मांग करते हुए ट्वीट किया, 'कोरोना सदी की सबसे बड़ी महामारी है... मेरा केंद्र सरकार से निवेदन है कि कोरोना की वैक्सीन सभी देशवासियों को मुफ्त लगवाई जाए।'
दो वैक्सीनों को मिली है आपातकालीन उपयोग की मंजूरी
बता दें कि भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल चुकी है। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है और भारत में SII इसका निर्माण और ट्रायल कर रही है। इसे 70 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है। वहीं कोवैक्सिन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। इसका तीसरे चरण का ट्रायल अभी जारी है।