ममता सरकार की बढ़ रही मुश्किलें, TMC सांसद दिनेश त्रिवेदी ने दिया राज्यसभा से इस्तीफा
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में गर्मियों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
बजट सत्र के पहले हिस्से के आखिरी दिन शुक्रवार को राज्यसभा सांसद और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी ने सदन में अपने भाषण के दौरान ही इस्तीफा देने की घोषणा कर दी।
इससे सदन में मौजूद सभी सांसद चौंक गए। इधर, कयास लगाए जा रहे हैं कि त्रिवेदी जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
जानकारी
पिछले साल ही राज्यसभा पहुंचे थे त्रिवेदी
TMC ने सितंबर में ही त्रिवेदी को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था। वह बैरकपुर से सांसद थे, लेकिन 2019 में उन्हें भाजपा में शामिल होने वाले अर्जुन सिंह से हार झेलनी पड़ी थी। उसके बाद वह पार्टी में खुद को दरकिनार समझ रहे थे।
बयान
बंगाल में बढ़ती हिंसा से महसूस हो रही है घुटन- त्रिवेदी
इस्तीफे की घोषणा करते हुए सांसद त्रिवेदी ने कहा, "बंगाल में जिस प्रकार से हिंसा हो रही है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा है। मुझे यहां बैठे-बैठे बहुत अजीब लग रहा है। मुझसे ये देखा नहीं जा रहा है, हम करें तो क्या करें।"
उन्होंने आगे कहा, "हम एक जगह तक सीमित हैं। पार्टी के कुछ नियम होते हैं। इसलिए मुझे भी घुटन महसूस हो रही है। ऐसे में मैं आज राज्यसभा से अपना इस्तीफा देने की घोषणा करता हूं।"
आभार
त्रिवेदी ने राज्यसभा भेजने के लिए जताया TMC का आभार
त्रिवेदी ने कहा, "पश्चिम बंगाल में अत्याचार हो रहा है, तो आज मेरी आत्मा की आवाज ये कह रही है कि यहां बैठे-बैठे अगर आप चुप रहो और कुछ नहीं कहो, उससे अच्छा है आप यहां से त्यागपत्र दो। ऐसे में मैं इस्तीफा दे रहा हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "हम केवल अपनी मातृभूमि के लिए यहां हैं। मुझे यहां भेजने के लिए मैं अपनी पार्टी का आभारी हूं। मैं फिर से अपने राज्य में वापस जाना चाहता हूं।"
प्रतिक्रिया
त्रिवेदी के इस्तीफे पर आई मिली-जुली प्रतिक्रिया
दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंदु एस रॉय ने कहा, "तृणमूल का मतलब है जमीनी स्तर। इससे हमें राज्यसभा में जल्द ही जमीनी स्तर के कार्यकर्ता को भेजने का अवसर मिलेगा।"
वहीं, TMC के ही एक सांसद सौगत राय ने कहा, "दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे से हम दुखी हैं। उन्होंने फैसला करने से पहले मुझसे बात नहीं की। मुझे पता था कि वह असंतुष्ट थे, लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह इस्तीफा दे देंगे।"
कयास
भाजपा में शामिल होने के लगाए जा रहे हैं कयास
त्रिवेदी के इस्तीफा देने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द भाजपा में शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार वह पिछले एक महीने से भाजपा से संपर्क में थे।
गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान भी उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं से बातचीत हुई थी। इसके बाद ये तय हुआ था कि वह TMC से इस्तीफा देंगे और भाजपा में शामिल होंगे। उन्हें भाजपा की ओर से फिर से राज्यसभा भेजने का ऑफर मिला है।
झटके
TMC को लगातार लग रहे हैं झटके
त्रिवेदी पार्टी छोड़ने वाले नवीनतम TMC नेता हैं। उनके पहले 30 जनवरी को TMC के दिग्गज नेता राजीब बनर्जी ने चार अन्य नेताओं के साथ दिल्ली पहुंचकर भाजपा का दामन थामा था।
उनसे पहले दिसंबर में अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान सुवेंदु अधिकारी जैसे कई TMC नेता पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
पूर्व क्रिकेटर और मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला, TMC सांसद सुनील मोंडल और विधायक अरिंदम भट्टाचार्य भी TMC छोड़ चुके हैं।
विधानसभा चुनाव
बंगाल में मार्च-अप्रैल में होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि पश्चिम बंगाल में मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने हैं और राज्य की 294 विधानसभा सीटों पर मुख्य टक्कर सत्तारूढ़ TMC और भाजपा के बीच मानी जा रही है।
अभी तक बंगाल में छोटी पार्टी रही भाजपा इस बार TMC के किले में सेंध लगाने की तैयारी के साथ उतरी है और इसके लिए उसने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। खुद अमित शाह चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार कर रहे हैं।