बंगाल: ममता ने कूच बिहार हिंसा को बताया नरसंहार, बोलीं- छाती पर मारी गईं गोलियां
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कूच बिहार में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों की फायरिंग में चार लोगों की मौत को नरसंहार करार दिया है। मृतकों के सीने में गोली मारे जाने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि CISF ने लोगों को मारने के मकसद से गोलियां चलाई थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि CISF को भीड़ नियंत्रित करने का कोई अनुभव नहीं है और उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की।
कल वोटिंग के दौरान CISF की फायरिंग में मारे गए थे चार लोग
शनिवार सुबह बंगाल में चौथे चरण की वोटिंग के दौरान कूच बिहार की सीतलकुची सीट के बूथ नंबर 126 पर CISF के जवानों ने भीड़ पर फायरिंग कर दी थी जिसमें चार लोग मारे गए थे और एक व्यक्ति घायल हुआ था। चुनाव आयोग के विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि करीब 350-400 लोगों की भीड़ ने जवानों को घेरकर उनके हथियार छीनने की कोशिश की थी जिसके बाद उन्होंने आत्मरक्षा में गोली चलाई।
ममता ने नंदीग्राम से की सीतलकुची की तुलना, बताया नरसंहार
आज इस घटना पर सिलीगुड़ी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए ममता ने कहा, "नंदीग्राम की तरह ही सीतलकुची में भी नरसंहार हुआ है। उन्होंने मारने के लिए गोलियां चलाईं। वे घुटनों के नीचे गोली मार सकते थे, लेकिन उन्होंने छाती में गोलियां मारी। CISF को नहीं पता भीड़ को कैसे नियंत्रित करते हैं। उन्हें औद्योगिक इलाकों के लिए ट्रेनिंग मिली है।" उन्होंने कहा कि अगर कोई समस्या थी तो समाधान की कोशिश क्यों नहीं की गई।
गोली चलाने वाले सभी लोग बाहरी- ममता
गोली चलाने वाले सभी लोगों को बाहरी बताते हुए ममता ने कहा, "पहले लाठीचार्ज, फिर रबर बुलेट, फिर आंसू गैस के गोले और फिर वॉटर कैनन के इस्तेमाल का नियम है। मैं इस पर राजनीति नहीं करना चाहती, मैं बहुत ही दुखी हूं। मैं तो शांतिपूर्ण चुनाव चाहती हूं। आप गोली-बम क्यों मारेंगे? कितनी हत्याएं की जाएंगी? वे लोगों में आतंक पैदा करना चाहते हैं। मैं शुरू से कह रही हूं कि वे लोगों को वोट नहीं करने दे रहे।"
ममता ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पर भी साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा, "प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पूरी तरह से अक्षम हैं। वे बंगाल पर कब्जा करने के लिए रोज यहां आ रहे हैं। आपका स्वागत है, किसी ने आपको रोका नहीं है। लेकिन लोगों को धमकाने की बजाय उन्हें खुश कीजिए। आप केंद्रीय बलों से लोगों को मरवाते हैं और फिर क्लीन चिट दे देते हैं। गोली कांड के पीछे के तथ्य छिपाए जा रहे हैं।"
अपना नाम मोदी आचार संहिता रख ले चुनाव आयोग- ममता
ममता ने 72 घंटे तक किसी भी नेता के सीतलकुची में प्रवेश पर पाबंदी लगाने के लिए चुनाव आयोग की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग को अपना नाम मोदी आचार संहिता (MCC) रख लेना चाहिए। भाजपा अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर सकती हैं, लेकिन इस दुनिया में कुछ भी मुझे अपने लोगों का दर्द साझा करने से रोक नहीं सकता। वे तीन दिन के लिए मुझे रोक सकते हैं, लेकिन मैं चौथे दिन वहां पहुंच जाऊंगी।"
ममता ने पीड़ितों के परिजनों से की वीडियो पर बात
काला कोट पहन कर आई ममता ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वीडियो कॉल के जरिए पीड़ितों के परिजनों से भी बात की और उन्हें आर्थिक मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह वहां जाकर उनके सिर पर हाथ रखना चाहती थीं।
बंगाल में क्या है विधानसभा चुनाव की स्थिति?
294 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में चार चरण की वोटिंग हो चुकी है और चार चरण की वोटिंग बाकी रह गई है। 10 अप्रैल को राज्य की 44 सीटों पर चौथे चरण की वोटिंग हुई और इसमें शाम 5 बजे तक 76.16 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य में अब 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। नतीजे अन्य चार राज्यों के साथ 2 मई को आएंगे।