हिमाचल चुनाव नतीजे: कांग्रेस ने पार किया बहुमत का आंकड़ा
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और रुझानों में कांग्रेस ने बहुमत का आकंड़ा पार कर लिया है। अभी राज्य की 68 सीटों में से 39 सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है, वहीं 26 सीटों पर भाजपा आगे है। बहुमत का आंकड़ा 35 सीट है। पहली बार हिमाचल चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (AAP) खाता खोलने में भी नाकाम रही है। तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
एग्जिट पोल्स में भी बताया गया था भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला
एग्जिट पोल्स में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर दिखाई गई थी। न्यूज एक्स-जन की बात के पोल में भाजपा के 32-40 और कांग्रेस के 27-34 सीटें जीतने की बात कही गई है, वहीं रिपब्लिक टीवी-पी-मार्क ने भाजपा को 34-39 और कांग्रेस को 28-33 सीटें दी हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के पोल में कांग्रेस को 30-40 सीटें दी गई हैं, वहीं भाजपा को 24-34 सीटें मिल सकती हैं।
12 नवंबर को हुआ था हिमाचल चुनाव का मतदान
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को रिकॉर्ड 75.6 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनाव में कुल 412 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे, जिनकी किस्मत का फैसला हिमाचल के 55 लाख मतदाताओं ने किया। भाजपा और कांग्रेस ने सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, वहीं AAP 67 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इनके अलावा बसपा, राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी, हिंदू समाज पार्टी, स्वाभिमान पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भी मैदान में थीं।
क्या रहे चुनाव के अहम मुद्दे?
हिमाचल प्रदेश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का रहा। राज्य में बेरोजगारी दर सितंबर में 9.2 प्रतिशत और अक्टूबर में 8.2 प्रतिशत थी, जो 7.6 प्रतिशत की राष्ट्रीय औसत से अधिक है। इसके अलावा अग्निपथ योजना, पुरानी पेंशन स्कीम (OPS), सेब के किसानों की दुर्दशा और गांवों में सड़कें और कनेक्टिविटी बड़े मुद्दों में शामिल रहे। हिमाचल के 39 प्रतिशत गांव और इलाके ऐसे हैं जहां कोई भी सड़क नहीं है और वो देश-दुनिया से कटे हुए हैं।
पार्टियों ने क्या वादे किए थे?
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पांच लाख युवाओं को रोजगार देने, OPS को दोबारा लागू करने, सेब के लिए MSP घोषित करने और सड़कों के निर्माण में तेजी लाने का वादा किया है। AAP ने भी छह लाख युवाओं को रोजगार देने, OPS को वापस लागू करने और फलों पर MSP देने का वादा किया है। वहींं भाजपा ने आठ लाख युवाओं को रोजगार देने से लेकर यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू करने जैसे वादे किए हैं।
पिछले चुनाव में क्या रहे थे नतीजे?
2017 हिमाचल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 68 में से 44 सीटों पर कब्जा किया था, वहीं कांग्रेस महज 21 सीटों पर सिमट कर रह गई थी। CPM को भी एक सीट मिली थी, वहीं बाकी दो सीटों पर निर्दलीय जीते थे।