महाराष्ट्र: उद्धव सरकार ने विधानसभा में साबित किया बहुमत, भाजपा का वॉक आउट
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र विकास अगाड़ी सरकार ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया है। कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गठबंधन वाली सरकार को 169 विधायकों ने समर्थन दिया। बहुमत परीक्षण से पहले प्रोटेम स्पीकर ने सभा के सारे दरवाजे बंद करने का आदेश दिया था। हेड काउंटिंग के जरिए बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया को पूरा किया गया। वहीं भाजपा ने पूरी प्रक्रिया को गैर-संवैधानिक बताते हुए सभा से वॉक आउट कर दिया।
भाजपा ने बहुमत परीक्षण को बताया गैर-संवैधानिक
सभा से बाहर आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति नियमों के खिलाफ जाकर की गई है। उन्होंने कहा कि आज से पहले हर बार रेगुलर स्पीकर की नियुक्ति के बाद बहुमत परीक्षण होता था। उन्होंने आरोप लगाया कि बहुमत परीक्षण के दौरान संविधान का उल्लंघन हुआ है इसलिए राज्यपाल को यह कार्यवाही रद्द कर देनी चाहिए। भाजपा ने कहा है कि वह राज्यपाल के सामने इस मुद्दे को उठाएगी।
बहुमत परीक्षण की के कुछ दृश्य
सरकार को 169 विधायकों का समर्थन
बहुमत परीक्षण के दौरान सरकार के समर्थन में जहां 169 वोट डले, वहीं विपक्ष के समर्थन में कोई वोट नहीं पड़ा। चार विधायक इस दौरान तटस्थ रहे और उन्होंने किसी को भी वोट नहीं किया। गौरतलब है कि 288 विधायकों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आकंड़ा 145 है। महाराष्ट्र विकास अगाड़ी के कुल सदस्यों की संख्या 154 है। उनके अलावा सरकार को कुछ निर्दलीय विधायकों और छोटी पार्टियों का समर्थन है।
उप मुख्यमंत्री पद पर नहीं बनी सहमति
तीनों पार्टियों ने मिलकर राज्य में सरकार बना ली है, लेकिन सत्ता के बंटवारे पर तकरार सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने अपने लिए उप मुख्यमंत्री का पद मांगा है, लेकिन NCP इसके लिए तैयार नहीं है। NCP का कहना है कि तीनों पार्टियों की बैठक में यह बात तय हुई थी कि NCP को उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस को विधासनभा स्पीकर का पद मिलेगा। अब यही फॉर्मूला आगे जारी रहना चाहिए।
गुरुवार को ठाकरे ने ली थी मुख्यमंत्री पद की शपथ
गुरुवार को मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वो ठाकरे परिवार से इस कुर्सी पर पहुंचने वाले पहले सदस्य हैं। उनके बाद मंत्री पद के लिए शिवसेना के एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई, NCP के जयंत पाटिल और छगन भुजबल और कांग्रेस की तरफ से बालासाहेब थोराट और नितिन राउत ने शपथ ली थी। हालांकि, अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है।