महाराष्ट्र: बहुमत परीक्षण से पहले उप मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस और NCP में तकरार
महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने मिलकर सरकार का गठन कर लिया है, लेकिन सत्ता के बंटवारे को लेकर तीनों पार्टियों के बीच सहमति नहीं बनी है। उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद शुक्रवार को पार्टियों के बीच उप मुख्यमंत्री पद को लेकर तकरार आ गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने अपने लिए उप मुख्यमंत्री पद मांगा है, लेकिन NCP इसके लिए तैयार नहीं है।
महत्वपूर्ण पदों के बंटवारे पर नहीं बनी सहमति
दोनों पार्टियां राज्य स्तर पर इस तकरार को सुलझाने में नाकाम रही है। अब इन पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व इस विवाद को सुलझाने की कोशिश में लगा हुआ है। स्पीकर के पद को छोड़कर यह गठबंधन गृह, वित्त, राजस्व, कॉर्पोरेटिव और शहरी विकास जैसे मंत्रालयों समेत महत्वपूर्ण पदों के बंटवारे को लेकर एक राय नहीं बना पाया है। इसी बीच शनिवार को ठाकरे सरकार शनिवार को बहुमत साबित करेगी। इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।
मंत्रीमंडल विस्तार में हो सकती है देर
माना जा रहा था कि बहुमत परीक्षण के बाद ठाकरे सरकार अपना पहला मंत्रीमंडल विस्तार कर सकती है, लेकिन ताजा तकरार के बाद इसमें देर होना तय है। सूत्रों ने कहा कि उप मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी विवाद के खत्म होने तक मंत्रीमंडल विस्तार नहीं होगा। तीनों पार्टियां इस मुद्दे पर सहमति बनाने का प्रयास कर रही हैं। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के साथ तीनों पार्टियों के दो-दो विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
कांग्रेस ने की दो उप मुख्यमंत्री बनाने की मांग
27 नवंबर को कई घंटों तक चली बैठक के बाद तीनों पार्टियों के बीच साथ आने की सहमति बनी थी। उस समय NCP नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उप मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का होगा और कांग्रेस को स्पीकर का पद दिया जाएगा। शुक्रवार को कांग्रेस ने संकेत दिए कि अगर उसे उप मुख्यमंत्री का पद दिया जाता है तो वह स्पीकर पद छोड़ सकती है। कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे से दो उप मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है।
शनिवार दोपहर 2 बजे होगा बहुमत परीक्षण
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र विकास अगाड़ी (MVA) सरकार शनिवार को विधानसभा में बहुमत साबित करेगी। कुल 288 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 145 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के विधायकों की संख्या 154 है जो बहुमत के आंकड़े 145 से अधिक है। इसके अलावा गठबंधन को कुछ निर्दलिय विधायकों और छोटी पार्टियों का समर्थन हासिल है। कहा जा रहा है कि MVA सरकार को 165-170 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
स्पीकर के नाम पर बनी सहमति
विधानसभा के नए स्पीकर के लिए कांग्रेस नेता नाना पटोले के नाम पर सहमति बनी है। पटोले नागपुर जिले की सकोली विधानसभा सीट से विधायक हैं। स्पीकर के लिए रविवार को चुनाव होगा। कहा जा रहा है कि भाजपा इस पद के लिए किशन कठोरे को खड़ा कर सकती है। कठोेरे मुरबाद विधानसभा से विधायक हैं। नया स्पीकर प्रोटेम स्पीकर दिलीप वालसे पाटिल की जगह लेगा। प्रोटेम स्पीकर की देखरेख में ही बहुमत परीक्षण होगा।