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पटना: आर्थिक तंगी के कारण ऑटो ड्राइवर ने की आत्महत्या, 25 किलो राशन लेकर पहुंचा प्रशासन

पटना: आर्थिक तंगी के कारण ऑटो ड्राइवर ने की आत्महत्या, 25 किलो राशन लेकर पहुंचा प्रशासन

Jun 16, 2020
12:44 pm

क्या है खबर?

बिहार की राजधानी पटना में रहने वाले एक ऑटो ड्राइवर प्रदीप कुमार ने शनिवार को आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि वह लॉकडाउन के कारण तंगी का सामना कर रहा था और उसके परिवार को खाना भी बड़ी मुश्किल से मिल रहा था। ड्राइवर की आत्महत्या के बाद जब प्रशासन को इस बात का पता चला कि परिवार के पास राशन की कमी है तो जिलाधिकारी 25 किलो चावल और अनाज लेकर मृतक के घर पहुंचे।

मामला

लोन की किस्त चुकाने में भी हो रही थी परेशानी

NDTV की मुताबिक, मृतक की उम्र 25 साल थी और वह शहर के बाहरी हिस्से शाहपुर का रहने वाला था। लॉकडाउन के कारण वह ऑटो नहीं चला पाया और न ही उसे दिहाड़ी-मजदूरी के लिए कोई काम मिला। मृतक ने लोन लेकर ऑटो रिक्शा खरीदा था और अब आमदनी बंद होने के कारण किस्त चुका पाना और मुश्किल हो गया था। मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं और अब उनका भार उनके दादा पर आ गया है।

व्यथा

तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं बना परिवार का राशन कार्ड

मृतक के पिता विजय सिंह ने लॉकडाउन की वजह से ऑटो नहीं चला पाने के कारण वह मुश्किलों का सामना कर रहा था। शनिवार को उसने हताश होकर कमरे में जाकर फांसी लगा ली। बताया कि उनके परिवार के पास राशन कार्ड नहीं है इसलिए उन्हें राशन नहीं मिल पाता। उन्होंने बताया कि वो राशन कार्ड बनवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई सुविधा नहीं मिली है।

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जानकारी

जानकारी मिलने पर 25 किलो राशन लेकर पहुंचा प्रशासन

जब ऑटो ड्राइवर की खुदकुशी की खबर मिली तो प्रशासन हरकत में आया। पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि अपने साथ 25 किलो चावल और अनाज लेकर पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे।

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परेशानी

लॉकडाउन के कारण करोड़ों लोगों की आजीविका पर पड़ा असर

कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 24 मार्च से देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था। इसके बाद इसे तीन बार आगे बढ़ाया गया। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी गतिविधियों पर पाबंदी लगी हुई थी। इस वजह से काम-धंधे ठप्प हो गए। इस वजह से करोड़ों लोगों की आमदनी पर सीधा असर पड़ा। इसके अलावा बड़े शहरों में रहने वाले करोड़ों प्रवासी मजदूर पलायन करने को मजबूर हुए।

संक्रमण

बिहार और देश में कोरोना वायरस की क्या स्थिति?

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बिहार में अब तक 6,650 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 2,201 मरीजों का इलाज चल रहा है, 4,409 लोग ठीक हो चुके हैं और 40 लोगों की मौत हुई है। वहीं पूरे देश की बात करें तो कुल मामलों की संख्या 3,43,091 और मृतकों की 9,900 हो गई। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 10,667 नए मामले सामने आए और 380 मरीजों ने दम तोड़ा

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