बिहार विधानसभा चुनाव: महागठबंधन ने जारी किया घोषणा पत्र, किए कईं बड़े वादे
बिहार में आगामी 28 अक्टूबर से तीन चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाले महागठबंधन (कांग्रेस, RJD, माले, CPI, CPM) ने शनिवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया। इसमें सत्ता में आने पर प्रदेश के युवाओं को 10 लाख नौकरियां देने और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने सहित समेत कई बड़े वादे किए गए हैं। आइए जानते हैं घोषणा पत्र के अन्य वादे।
बाढ़ पीड़ितों पर ध्यान नहीं, सिर्फ कुर्सी की होड़ में लगे हैं नेता- तेजस्वी
महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि सरकार का ध्यान बाढ़ पीड़ितों पर भी नहीं है। प्रदेश के 18 जिले और करीब 85 लाख जनता बाढ़ से प्रभावित रही, लेकिन आज तक केंद्र से कोई दल उनके नुकसान का आंकलन करने नहीं आया। लगता है कि आम जनता की कोई परवाह नहीं। नेता सिर्फ कुर्सी की होड़ में लगे हैं। उन्होंने नीतीश सरकार पर जनहित के कामों की अनदेखी का आरोप भी लगाया।
'सेवा-मेवा' की बात करने वालों के राज में घूम रहे सृजन घोटाले के आरोपी- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो सेवा और मेवा की बात करते हैं, लेकिन उनके राज में 60 घोटाले हो गए। सृजन घोटाले के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे भ्रष्टाचार का मामला हो या अपराध का, सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है। उन्होंने रोजगार का वादा करते हुए कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है तो पहली कैबिनेट में पहला हस्ताक्षर 10 लाख नौकरियां देने पर होगा।
विधानसभा में पारित करेंगे कृषि कानूनों को समाप्त करने का विधेयक- सुरजेवाला
घोषणा पत्र जारी किए जाने के दौरान कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यदि वह तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनाते हैं, तो सरकार तीन कृषि विरोधी कानूनों को समाप्त करने के लिए पहले विधानसभा सत्र में एक विधेयक पारित करेगी।
साढ़े चार लाख सरकारी पद रिक्त- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनसे पूछा जा रहा है कि दस लाख नौकरियां कैसे देंगे। बिहार में साढ़े चार लाख सरकारी पद रिक्त हैं। मणिपुर में एक लाख की आबादी पर 1,000 पुलिसकर्मी हैं, बिहार में सिर्फ 77 पुलिसकर्मी हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आई तो यह स्थिति बदलेगी। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने कभी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का प्रयास नहीं किया, लेकिन सत्ता में आने के बाद वह ऐसा जरूर करेंगे।
चुनावी घोषणा पत्र में ये किए अन्य वादे
तेजस्वी यादव ने सत्ता में आने पर परीक्षा के लिए भरे जाने वाले आवेदन फार्म पर फीस माफ करने, परीक्षा केंद्रों तक जाने का किराया सरकार द्वारा वहन करने, राज्य से पलायन को रोकने, कर्पूरी श्रम सहायता केंद्र खोलने का वादा किया। इसी तरह उन्होंने राज्य में शिक्षकों के लिए सामान काम सामान वेतन का वादा पूरा करने और जीविका दीदियों का मानदेय दोगुना करने करने का भी वादा किया। उन्होंने कहा वह बिहार का चहुंमुखी विकास करेंगे।
बिहार में चीन चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव
गत 25 सितंबर को चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। उसके अनुसार राज्य में 28 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच तीन चऱणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर, दूसरे चरण में 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 सीटों पर और तीसरे चरण में 7 नवंबर को 15 जिलों की 78 सीटों पर वोटिंग होगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।
शुक्रवार को खत्म हुआ दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए नामांकन
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए नामांकन शु्क्रवार शाम को खत्म हो गया। दूसरे चरण के लिए कुल 1,062 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। इसी तरह 13 अक्टूबर से जारी तीसरे चरण की 78 सीटों के लिए भी अब तक 63 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। पहले चरण की 71 सीटों के लिए छंटनी के बाद अब कुल 1,066 उम्मीदवार चुनावी मैदान में बचे हुए हैं।