भतीजे और परिवारवाद के आरोपों पर बोलीं मायावती, गठबंधन से घबराए विरोधी कर रहे बदनाम
राजनीतिक हलकों में आजकल सपा-बसपा गठबंधन से ज्यादा मायावती के साथ दिख रहे एक युवक की चर्चा है। पिछले कुछ दिनों से मायावती के साथ अहम जगहों पर नजर आ रहा यह व्यक्ति उनका भतीजा आकाश आनंद है। चर्चा है कि आकाश मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी हो सकते हैं और उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। मायावती ने इसपर जबाव देते हुए कहा कि आकाश राजनीति में नहीं हैं और गठबंधन से घबराए विरोधी अनर्गल बातें कर रहे हैं।
अहम जगहों पर मायावती के साथ दिख रहे आकाश
आकाश मायावती के भाई और बसपा नेता आनंद सिंह के बेटे हैं और वह लंदन से एमबीए करके लौटे हैं। जब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव मायावती को जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे तो आकाश को उनके साथ देखा गया। इसके बाद जब रविवार को तेजस्वी ने मायावती से मुलाकात की तब भी आकाश उनके साथ थे। कयास लगाए जा रहे हैं कि वह बसपा प्रमुख के राजनीतिक उत्तराधिकारी हो सकते हैं और उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
'गठबंधन से घबराए विरोधियों की साजिश'
कयासों पर मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसे गठबंधन से घबराए विरोधियों की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि आकाश जन्मदिन की वजह से उनके साथ था और वह राजनीति में नहीं है। उन्होंने कहा कि बसपा परिवारवाद की पार्टी नहीं है। खुद को कांशीराम की शिष्या बताते हुए उन्होंने कहा कि वह जैसे को तैसा जबाव देने के लिए आकाश को बसपा आंदोलन से जोड़ेंगी और सीखने का मौका देंगी। इसपर कोई सवाल करता है तो हमें परवाह नहीं।
'परिवार के सदस्य को नहीं मिलेगी अध्यक्ष की कुर्सी'
मायावती ने कहा, "हम दब्बू किस्म के लोग नहीं हैं जो सुनकर बैठ जाएंगे, घबरा जाएंगे। उसका मुंहतोड़ जवाब देना भी हमें आता है।" आकाश पर बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी किसी भी परिवार के सदस्य को नहीं मिलेगी। 2017 में परिवारवाद के आरोपों की वजह से मायावती ने भाई आनंद सिंह को भी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया था। आकाश फिलहाल अपने पिता का कारोबार संभाल रहे हैं।