बिहार में किसकी बनेगी सरकार? विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू
बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है और जल्द ही शुरूआती रुझान आना शुरू हो जाएंगे। राज्य की 243 सीटों पर मुख्य मुकाबला जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच है। NDA का मुख्यमंत्री पद का चेहरा नीतीश कुमार हैं, वहीं महागठबंधन ने RJD के तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है।
बिहार में तीन चरणों में हुई थी वोटिंग
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर कुल तीन चरणों में वोटिंग हुई थी। पहले चरण में 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर 55.68 प्रतिशत वोटिंग हुई। दूसरे चरण में 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 सीटों पर वोटिंग हुई और इस चरण में लगभग 55.70 वोटिंग हुई। तीसरे और अंतिम चरण की वोटिंग 7 नवंबर को हुई और इसमें 15 जिलों की 78 सीटों पर 57.58 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
क्या रहे चुनाव के मुख्य मुद्दे?
मुख्य मुद्दों की बात करें तो इस चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बना रहा और इसलिए ज्यादातर पार्टियों ने अपने-अपने घोषणापत्रों में बंपर नौकरियों का वादा किया। RJD ने सबसे पहले उसकी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में ही 10 लाख सरकारी नौकरियों को मंजूरी देने का वादा किया था। इसके बाद भाजपा ने भी अपने घोषणापत्र में 19 लाख नौकरियां पैदा करने का वादा कर दिया। कोरोना वायरस महामारी और मजदूरों का गुस्सा भी बड़े मुद्दे रहे।
एग्जिक्ट पोल्स में दी गई महागठबंधन को बढ़त
एग्जिक्ट पोल्स की बात करें तो ज्यादातर एग्जिक्ट पोल्स में महागठबंधन को बहुमत मिलने या उसकी सीटें बहुमत के आसपास रहने का अनुमान लगाया गया है। CNN न्यूज और टुडेज चाणक्य के एग्जिक्ट पोल में तो महागठबंधन को 180 सीटें दी गई हैं। इस ये एग्जिक्ट पोल्स सही साबित होते हैं तो नीतीश कुमार का लगातार चौथी बार बिहार का मुख्यमंत्री बनने का सपना टूट सकता है और तेजस्वी यादव राज्य के सबसे युवा मुख्मयंत्री बन सकते हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव के क्या नतीजे रहे थे?
2015 बिहार विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस चुनाव में JDU महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ी थी और इस गठबंधन ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए 243 में से 179 सीटों पर जीत दर्ज की थी। RJD को 80, JDU को 71 और कांग्रेस को 27 सीटें मिली थीं। वहीं भाजपा मात्र 53 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी। नीतीश 2017 में महागठबंधन से अलग हो गए थे और तभी से भाजपा के साथ सरकार में हैं।