विधानसभा चुनाव: जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में होगा मतदान, हरियाणा में 1 अक्टूबर को डलेंगे वोट
चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में 18 सितंबर से लेकर एक अक्टूबर तक वोट डाले जाएंगे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद ये पहला विधानसभा चुनाव है। हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा के अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक की थी।
ये है पूरा चुनावी कार्यक्रम
जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव होगा। पहले चरण के लिए 28 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और 18 सितंबर को मतदान होगा। दूसरे चरण के लिए 29 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी होगा और मतदान 25 सितंबर को होगा। तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। हरियाणा में एक ही चरण में चुनाव होंगे। इसके लिए 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे और जम्मू-कश्मीर के साथ ही 4 अक्टूबर को चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे।
जम्मू-कश्मीर में 20 लाख से ज्यादा मतदाता युवा
आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर में 87.09 लाख मतदाता हैं। यहां 20 लाख से ज्यादा मतदाता युवा हैं, जिनमें से 3.71 लाख पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। कुल मतदाताओं में 44.46 लाख पुरुष और 42.62 लाख महिलाएं हैं। 73,943 मतदाताओं की उम्र 85 साल से ज्यादा है और 2,660 मतदाता 100 साल से ज्यादा उम्र के हैं। यहां 11,838 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे, जिसमें से 360 मॉडल मतदान केंद्र होंगे।
हरियाणा में 2.01 करोड़ मतदाता करेंगे मतदान
चुनाव आयोग ने कहा कि हरियाणा के बड़े शहरों में सोसायटी बूथ बनाए जाएंगे। राज्य में 4.52 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। हरियाणा में कुल 20,629 मतदान केंद्र होंगे, जिनमें से 150 मॉडल बूथ होंगे। 90 में से 73 सीटें सामान्य की होंगी, जबकि 17 सीटें SC की होंगी। राज्य में कुल 2.01 करोड़ मतदाता हैं। हरियाणा में 5 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 12 सिंतबर होगी। उम्मीदवार 16 सितंबर तक नाम वापस ले सकेंगे।
करीब 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार चुनाव 2014 में नवंबर-दिसंबर में कराए गए थे। तब किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। इसके बाद मुफ्ती मोहम्मद सईद की अगुवाई वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और भाजपा ने गठबंधन सरकार बनाई, लेकिन सईद के निधन के बाद राज्यपाल शासन लगा दिया गया। इसके बाद अप्रैल, 2016 में दोबारा से भाजपा-PDP की सरकार बनी, लेकिन जून, 2018 में भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया और सरकार गिर गई।
परिसीमन के बाद 90 सीटों पर होंगे चुनाव
जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद विधानसभा सीट 90 हो गई हैं। जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 सीटें हैं। अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए 9 और अनुसूचित जाति (SC) के लिए 7 सीटों को मिलाकर 16 सीटों को आरश्रित रखा गया है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के लिए पहले की तरह 24 सीटें हैं। यानी परिसीमन के पहले यहां 111 और अब 114 सीटें हो गई हैं। इन 114 में से 90 पर चुनाव होंगे।
हरियाणा विधानसभा में फिलहाल क्या है स्थिति?
हरियाणा की विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। फिलहाल भाजपा के पास 41, कांग्रेस के पास 29, जननायक जनता पार्टी (JJP) के पास 10 और INLD और HLP के पास एक-एक विधायक हैं। 5 निर्दलीय विधायक हैं और 3 सीटें खाली हैं। 2019 के चुनावों में भाजपा ने 40 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 31 सीटें मिली थीं। इसके अलावा JJP को 10 और अन्य को 9 सीटें मिली थी। भाजपा ने JJP के साथ मिलकर सरकार बनाई थी।