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जम्मू-कश्मीर: कोरोना वायरस मरीज के अंतिम संस्कार के दौरान हमला, अधजले शव को लेकर भागे परिजन

जम्मू-कश्मीर: कोरोना वायरस मरीज के अंतिम संस्कार के दौरान हमला, अधजले शव को लेकर भागे परिजन

Jun 03, 2020
11:39 am

क्या है खबर?

कोरोना वायरस की वजह से मरे लोगों के अंतिम संस्कार के दौरान हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसी ही एक घटना अब जम्मू-कश्मीर से सामने आई है जहां कोरोना वायरस का शिकार हुए एक वृद्ध के अंतिम संस्कार के दौरान भीड़ ने परिजनों पर हमला कर दिया। परिजन जैसे-तैसे अधजले शव को लेकर वहां से भागे और बाद में किसी किसी जगह पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। आइए आपको पूरा मामला बताते हैं।

मामला

क्या है पूरा मामला?

जम्मू के डोडा जिले के रहने वाले एक 72 वर्षीय वृद्ध का कोरोना वायरस की वजह से निधन हो गया था। परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव को अपने गृह जिले ले जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन के कहने पर वे दोमना के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए। लेकिन जब एक राजस्व अधिकारी और एक मेडिकल टीम के साथ परिजन अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचे तो भीड़ ने उन पर हमला कर दिया।

पत्थरबाजी

स्थानीय ग्रामीणों ने फेंके परिजनों पर पत्थर

मृत व्यक्ति के बेटे ने बताया कि स्थानीय लोगों के एक बड़े समूह ने मौके पर आकर अंतिम संस्कार में व्यवधान पैदा किया और परिजनों पर पत्थर फेंके। खुद को भीड़ से बचाने के लिए परिजनों को अधजले शव के साथ एंबुलेंस में वहां से भागना पड़ा और वापस अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी और दो बेटों समेत परिवार के कुछ करीबी रिश्तेदार ही अंतिम संस्कार में मौजूद थे।

आरोप

बेटे का आरोप- सुरक्षा अधिकारियों ने नहीं की मदद

बेटे ने बताया, "हमने सरकार से अंतिम संस्कार के लिए शव को अपने गृह जिले ले जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन हमसे कहा गया कि सभी जरूरी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं और हमें अंतिम संस्कार के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।" उन्होंने ये भी कहा कि हमले के दौरान मौके पर मौजूद सुरक्षा अधिकारियों ने उनकी मदद नहीं की, हालांकि एंबुलेंस चालक और बाकी मेडिकल स्टाफ ने उनकी काफी मदद की।

सलाह

"सरकार को बनानी चाहिए कोरोना वायरस के मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए बेहतर योजना"

बेटे ने बताया कि मेडिकल स्टाफ ने ही शव को वापस अस्पताल लाने में उनकी मदद की। घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "कोरोना वायरस के मरीजों के अंतिम संस्कार के दौरान आने वाली समस्याओं और पहले के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए सरकार को इन मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए बेहतर योजना बनानी चाहिए।" वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में शव का भगवती नगर स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

जानकारी

जम्मू-कश्मीर में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?

जम्मू-कश्मीर में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,718 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 33 लोगों की मौत हुई है, वहीं 953 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। सक्रिय मामलों की संख्या 1,732 है।