उपचुनावों में भी कांग्रेस को आंख दिखा रही सहयोगी पार्टियां, उत्तर प्रदेश से असम तक हलचल
महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों के साथ ही 15 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी होना है। महाराष्ट्र में कांग्रेस को अपने ही गठबंधन में शामिल पार्टियों से मोलभाव करना पड़ रहा है तो झारखंड में भी ऐसा ही हाल है। लेकिन उपचुनावों में भी कांग्रेस के लिए स्थिति बेहतर नहीं है। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम समेत कई राज्यों में कांग्रेस को सहयोगी पार्टियां नजरअंदाज कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नहीं उतारेगी उम्मीदवार
उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव होना है। यहां समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस में सीट बंटवारे को लेकर खूब चर्चा हुई और अंत में सहमति नहीं बनने के बाद कांग्रेस ने उम्मीदवार उतारने से ही मना कर दिया है। अब सभी सीटों पर SP के उम्मीदवार उतरेंगे और कांग्रेस उनका सहयोग करेगी। हरियाणा चुनाव में हार के बाद अखिलेश यादव ने बिना कांग्रेस से बात किए कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए थे।
पश्चिम बंगाल में CPIM ने दिया झटका
पश्चिम बंगाल में 6 सीटों पर उपचुनाव होना है। यहां कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) ने लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन विधानसभा उपचुनावों में बात नहीं बन सकी। CPI(M) ने कांग्रेस से चर्चा किए बिना सभी 6 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने भी इन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। CPI(M) ने आरोप लगाए कि वो बातचीत शुरू करने का इंतजार करते हुए थक गई थी।
असम में टूट गया गठबंधन
असम की 5 सीटों पर उपचुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन असम संमिलिता मोर्चा (ASOM) में एक सीट को लेकर मतभेद सामने आए हैं। कांग्रेस ने बेहाली सीट से पूर्व भाजपा नेता जयंत बोरा को उम्मीदवार घोषित कर दिया, जबकि सीट बंटवारे में यहां CPI(ML) का उम्मीदवार उतारा जाना था। इसके बाद गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों ने कहा कि CPI(ML) इस सीट पर उम्मीदवार उतारेगी और बाकी पार्टियां उसका समर्थन करेंगी।
महाराष्ट्र में भी नहीं बन रही सहमति
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) में शामिल 3 प्रमुख पार्टियां 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत हुई है। कांग्रेस के लिए इसे झटका माना जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस यहां 100 सीटों पर दावेदारी कर रही थी। हालांकि, अभी भी कम से कम 23 सीटों पर गठबंधन में सहमति नहीं बन सकी है और बैठकों के दौर जारी है। राज्य कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि वो 105 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।