महाराष्ट्र: MVA में अभी भी 23 सीटों पर नहीं बनी सहमति, क्या है पार्टियों की मांग?
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने में एक हफ्ते से भी कम का समय बचा है, लेकिन विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) में 23 सीटों को लेकर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। हालांकि, गठबंधन में शामिल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) और शिवसेना (UBT) ने 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है। बची सीटों पर सहमति बनाने के लिए आज फिर बैठक होनी है।
क्या है गठबंधन में सीटों का गणित?
महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। MVA की 3 बड़ी पार्टियों को 85-85 सीटें मिली हैं। इस तरह 255 सीटें पर बंटवारा हो गया है। बची हुई 33 सीटों में से 10 गठबंधन में शामिल छोटी पार्टियों के हिस्से में जाएंगी। इसके बाद बची 23 सीटों को लेकर तीनों ही पार्टियों में खींचतान है। माना जा रहा है कि आज होने वाली बैठक में इन सीटों पर भी गठबंधन का फार्मुला तय किया जा सकता है।
किन सीटों को लेकर फंसा है पेंच?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विवादित सीटों में से सबसे ज्यादा (करीब 10) विदर्भ क्षेत्र की हैं। इसके अलावा मुंबई महानगर और नासिक की कुछ सीटों को लेकर भी गठबंधन में असहमति है। न्यूज 18 ने सूत्रों के हवाले से कहा कि शिवसेना (UBT) और कांग्रेस विशेष रूप से उन क्षेत्रों में अधिक सीटें हासिल करने के लिए उत्सुक हैं, जहां उनका पारंपरिक रूप से प्रभाव रहा है जैसे मुंबई, नासिक और विदर्भ।
कांग्रेस मांग रही है 105 सीटें
माना जा रहा था कि कांग्रेस गठबंधन में 100 से 105 सीटों पर लड़ सकती है, लेकिन उसे अभी तक 85 सीटें ही मिली हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए इसे झटके जैसा बताया जा रहा है। हालांकि, दिल्ली के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि सीटों का बंटवारा अभी पूरी तरह नहीं हुआ है और वे किसी भी कीमत पर कम से कम 105 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
शिवसेना की क्या मांग है?
शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने सीट बंटवारे का ऐलान होने के बाद चौंकाने वाले बयान में कहा था कि पार्टी सीटों का 'शतक' बनाने में रुचि रखती है। यानी शिवसेना भी 100 सीटों पर दावेदारी कर रही है। राउत ने कहा था, "शिवसेना एक अनुभवी खिलाड़ी है, इसलिए उसे शतक बनाना ही होगा। लोगों को उम्मीद है कि शिवसेना सीटों और कुल मिलाकर जीत का शतक बनाएगी ही।"
महाराष्ट्र में कब होने हैं चुनाव?
चुनाव आयोग के अनुसार, महाराष्ट्र में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 29 अक्टूबर है। उम्मीदवार 4 नवंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। इसके बाद उसी दिन उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की जाएगी और 20 नवंबर को मतदान होगा। 23 नवंबर को झारखंड के साथ ही मतगणना होगी। राज्य में कुल 9.63 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 4.97 करोड़ पुरुष और 4.66 करोड़ महिलाएं हैं, जिसके लिए 1,00,186 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 20.93 लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।