प्रियंका गांधी नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, कांग्रेस ने बनारस से अजय राय को उतारा
वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ प्रियंका गांधी को उतारने की खबरों पर विराम लग गया है। कांग्रेस ने अजय राय को वाराणसी से अपना प्रत्याशी बनाया है। अजय पिछली बार भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। राजनीतिक गलियारों में खबरें थीं कि कांग्रेस प्रियंका गांधी को बनारस लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार बना सकती है, लेकिन अजय राय की उम्मीदवारी ने इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है।
5 लाख से ज्यादा वोटों से हारे थे अजय राय
अजय राय 2014 में बनारस से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। इस चुनाव में अजय तीसरे स्थान पर रहे थे। इन चुनावों में नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर रहे आम आदमी पार्टी के संजोयक अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 और तीसरे स्थान पर रहे अजय को महज 75,614 वोट मिले थे। प्रधानमंत्री मोदी और अजय राय को मिले वोटों के बीच 5 लाख से ज्यादा का अंतर था।
प्रियंका को टिकट मिलने की थी चर्चा
पिछले काफी समय से बनारस से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की चर्चा थी। प्रियंका ने कई ऐसे संकेत दिए थे, जिनसे लग रहा था कि वे प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दे सकती हैं। बताया जा रहा है कि राहुल इस फैसले के खिलाफ थे।
सपा ने उतारा कमजोर उम्मीदवार
बनारस सीट समाजवादी पार्टी के हिस्से में आई है, जिस पर पार्टी ने शालिनी यादव को टिकट दी है। शालिनी केंद्र में मंत्री रह चुके श्यामलाल यादव की पुत्रवधू हैं और हाल ही में सपा में शामिल हुई थीं। उन्होंने बनारस से मेयर का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें अपनी जमानत राशि बचाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले में शालिनी की दावेदारी काफी कमजोर मानी जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को करेंगे नामांकन
प्रधानमंत्री मोदी लगातार दूसरी बार वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। शुक्रवार को वो अपना नामांकन दाखिल करेंगे। बता दें, वाराणसी में 19 मई को मतदान होगा। चुनावों के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे।
पूर्व सैनिक तेज बहादुर भी मैदान में
खाने की खराब गुणवत्ता की शिकायत कर चर्चा में आए सीमा सुरक्षा बल (BSF) के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने वाराणसी में जाकर चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे इन चुनावों में सुरक्षा बलों में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाएंगे। यादव ने कहा कि कई पार्टियों ने उन्हें अपनी तरफ से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया, लेकिन वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान उतरे हैं।
मोदी के खिलाफ मैदान में 111 किसान
विरोधी राजनीतिक पार्टियों के अलावा तमिलनाडु के 111 किसान भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। किसान नेता पी अय्याकन्नू ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी किसानों की ऋणमाफी, कृषि उत्पादों का उचित दाम आदि मांगे स्वीकार करती है तो किसान चुनाव के लिए नामांकन नहीं करेंगे। इसके बाद भाजपा ने किसानों की मांगों को अपने घोषणापत्र में शामिल करने की बात कही थी।