राजनीति में उतरीं प्रियंका गांधी, कांग्रेस ने सौंपी महासचिव पद की जिम्मेदारी
प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस ने महासचिव नियुक्त किया है। प्रियंका अगले महीने के पहले सप्ताह से अपना कार्यभार संभालेंगी। इसके साथ ही प्रियंका आधिकारिक तौर पर राजनीति में उतर जाएंगी। प्रियंका के साथ ज्योतिरादित्या सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी महासचिव नियुक्त किया गया है। वहीं गुलाम नबी आजाद को हरियाणा में पार्टी महासचिव का पद सौंपा गया है। लंबे समय से प्रियंका के राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे थे।
अमेठी और रायबरेली में करती रही हैं प्रचार
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कांग्रेस के कई नेता प्रियंका गांधी को राजनीति में लाने की मांग करते रहे हैं। प्रियंका अमेठी और रायबरेली में अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के लिए प्रचार करती रही हैं।
ANI ने ट्वीट कर दी जानकारी
पर्दे के पीछे सक्रिय थीं प्रियंका
प्रियंका गांधी लगातार पर्दे के पीछे रह कर कांग्रेस के लिए काम करती रही हैं। अमेठी और रायबरेली में चुनावों के दौरान प्रियंका ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए प्रचार किया था। हर चुनाव से पहले कांग्रेस में प्रियंका गांधी को राजनीति में उतारने की मांग की जाती है। इस बार कांग्रेस ने बड़ा फैसला लेते हुए लोकसभा सीटों के लिहाज से सबसे बड़े सूबे में प्रियंका गांधी को उतारकर बड़ा कदम उठाया है।
पूर्वांचल में मोदी और योगी की टक्कर में होगी प्रियंका
पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी नियुक्त होने के बाद प्रियंका का मुकाबला प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से होगा। वाराणसी और गोरखपुर दोनों जिले पूर्वांचल का हिस्सा है। ऐसे में इन सीटों पर भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने प्रियंका को इस इलाके की बागडोर सौंपी है। एक तरफ जहां प्रियंका के आने से कांग्रेसी कार्यकर्ता में जोश बढ़ेगा वहीं भाजपा और सपा-बसपा गठबंधन के लिए वे कड़ी चुनौती पेश कर सकती हैं।
यहां देखिये आधिकारिक घोषणा
रायबरेली से लड़ सकती हैं चुनाव
काफी समय से कयास लगाए जा रहे थे कि 2019 लोकसभा चुनावों में प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। वर्तमान समय में सोनिया गांधी यहां से सांसद है। पिछले कुछ महीनों से सोनिया सक्रिय राजनीति से थोड़ी दूर हैं। ऐसे में प्रियंका को पार्टी में अहम पद सौंपना इन कयासों को बल देता है कि प्रियंका रायबरेली से उम्मीदवार हो सकती हैं। बता दें उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अकेले दम पर चुनाव लड़ने जा रही है।
इंदिरा गांधी से होती है तुलना
12 जनवरी, 1972 को जन्मी प्रियंका दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से पढ़ी हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकॉलोजी में डिग्री ली है। उन्होंने साल 1997 में रॉबर्ट वाड्रा से शादी की, दोनों के दो बच्चे हैं। प्रियंका को फोटोग्राफी, कुकिंग, और पढ़ाई का शौक है। उन्हें बच्चों से बहुत लगाव है। अपने हेयरस्टाइल, कपड़ों के चयन और लोगों से मिलने के अंदाज के कारण कई लोग प्रियंका की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से तुलना करते हैं।
कांग्रेस और भाजपा की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने कहा कि प्रियंका के पार्टी में आने से पूरे प्रदेश पर असर पड़ेगा और पार्टी पूरे दमखम के साथ उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी। वहीं भाजपा ने प्रियंका की एंट्री के बहाने राहुल पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इस फैसले से साफ है कि राहुल गांधी फेल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन से नकारे जाने के बाद से ही कांग्रेस बैसाखी की तलाश में है।