बिहार की सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ेगी AIMIM
बिहार विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच सीटों पर कब्जा जमाने वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी ने अब उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार रात को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी पार्टी अब उत्तरी राज्य के सीमांचल क्षेत्र में न्याय की लड़ाई लड़ेगी और पार्टी से जुड़े लोगों को मजबूत बनाएगी।
AIMIM ने बिहार चुनाव में पांच सीटों पर हासिल की जीत
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। पार्टी ने यहां 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से पांच सीटों पर जीत हासिल की है। इनमें कोचाधामन, अमौर, बैसी और बहादुरगंज सीट प्रमुख रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि ये चारों सीटें पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर और मालदा जिलों की सीमाओं से लगती हुई है। ऐसे में पार्टी ने अब पश्चिम बंगाल में भी विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना बनाई है।
हर जगह लड़ेंगे चुनाव- ओवैसी
अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने के सवाल पर ओवैसी ने कहा, "आपका कहना है कि हमें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। आप (कांग्रेस) महाराष्ट्र में शिवसेना की गोद में जा बैठे। क्या किसी ने पूछा कि आप चुनाव क्यों लड़ते हैं। मैं पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और देश में हर चुनाव लड़ूंगा। मुझे क्या चुनाव लड़ने के लिए किसी से मंजूरी लेने की जरूरत है।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि अकेले चुनाव लड़ेंगे या फिर गठबंधन के साथ।
ओवैसी ने अधीर रंजन चौधरी से पूछा सवाल
बिहार चुनाव में AIMIM को पश्चिम बंगाल के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा कथित तौर पर वोट कटवा पार्टी बोलने पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि चौधरी ने अपने विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिमों के लिए क्या कल्याणकारी काम किए हैं? AIMIM पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ेगी। बता दें कि कांग्रेस और अन्य पार्टियां AIMIM को भाजपा की 'बी टीम' बताती है और वोट बांटने के लिए ओवैसी की आलोचना करती रही हैं।
बिहार के बाद बंगाल है हमारा अगला लक्ष्य- वकार
इधर, AIMIM के प्रवक्ता असीम वकार ने इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया, "बिहार के बाद, बंगाल हमारा लक्ष्य है। हम विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हम पिछले तीन वर्षों से बंगाल में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। हमारा संगठन तैयार है और अब नेताओं की घोषणा करना बाकी है।" उन्होंने आगे कहा कि पार्टी मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर दिनाजपुर जिलों में संगठन बना रही है और हावड़ा, उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना में भी तैयारी चल रही है।
नहीं चाहते कि बंगाल में सत्ता में आए भाजपा- वकार
वकार ने कहा उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (TMC) से गठबंधन की बात की थी, लेकिन वह 2021 में अकेले ही चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के खिलाफ और नहीं चाहते कि बंगाल में वह सत्ता पर काबिज हो। उनकी पार्टी के दरवाजे हमेशा खुले हैं और अब ममता बनर्जी को तय करना है कि वह उनके हाथ मिलाएगी या नहीं। इतना ही नहीं वह बिहार की तर्ज पर यहां भी अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
बंगाल में AIMIM नेताओं को किया गया गिरफ्तार
वकार ने कहा पिछले साल मुख्यमंत्री बनर्जी ने पार्टी को निशाना बनाया था और उनके कुछ नेताओं को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उन्हें रैलियां निकालने की अनुमति भी नहीं दी। उन्हें भी अन्य पार्टियों की तरह रैलियां निकालने और चुनाव लड़ने का अधिकार है।
AIMIM प्रदर्शन में हुआ बड़ा सुधार
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार बिहार चुनाव में AIMIM के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिला है। राज्य में चार करोड़ से ज्यादा वोट डाले गए और इनमें से 1.24 प्रतिशत वोट AIMIM को मिले हैं। 2015 के चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा था और सिर्फ 0.5 प्रतिशत वोट मिले थे। उत्तर प्रदेश में 2017 विधानसभा चुनाव में भी पार्टी का पर्दशन अच्छा नहीं था। ऐसे में पार्टी इस बार मजबूत तैयारी से उतरने को तैयार है।