जम्मू-कश्मीर में जारी कड़े प्रतिबंधों के बीच 24 अक्तूबर को होंगे BDC चुनाव
क्या है खबर?
घाटी में जारी प्रतिबंधों के बीच जम्मू-कश्मीर चुनाव आयोग ने 24 अक्तूबर को ब्लॉक डेवलेपमेंट काउंसिल (BDC) चुनाव कराने की घोषणा की है।
चुनाव आयोग ने यह घोषणा उस वक्त की है जब मुख्यधारा के कई बड़े नेता पिछले लगभग 50 दिन से हिरासत में बंद हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि वोटों की गिनती भी 24 अक्तूबर को ही की जाएगी।
आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
चुनाव
क्या होता है BDC चुनावों में?
BDC चुनावों में पंच और सरंपच मिलकर एक चेयरमैन का चुनाव करते हैं, जिसके बाद डिस्ट्रिक्ट डेवलेपमेंट बोर्ड (DDB) का गठन होता है।
हर DDB में इलाके के सांसद और विधायकों के अलावा BDC चेयरमैन होते हैं। ये बोर्ड पंचायती राज कानून के तहत जिले में विकास कार्य करवाने में अहम भूमिका निभाता है।
24 अक्तूबर को राज्य के कुल 310 ब्लॉक में चुनाव होंगे, जिनमें से 172 सीटें पिछड़ी जातियों और महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।
जानकारी
राज्य के आधे से ज्यादा ब्लॉक कश्मीर में
शैलेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कुल 26,629 मतदाताओं में से 8,313 महिलाएं और बाकी पुरुष हैं। राज्य के कुल 310 ब्लॉक में से आधे से ज्यादा यानी 168 ब्लॉक कश्मीर घाटी में हैं।
स्थिति
पंच और सरपंचों के कई पद खाली
पिछले साल अक्तूबर में जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव हुए थे। इन चुनावों में 23,629 पंच और 3,652 सरपंच चुने गए थे।
आधिकारिक आकंडों की माने तो अभी भी 61 प्रतिशत वार्ड में कोई पंच नहीं है। कुल 18,833 वार्ड में से केवल 7,596 वार्ड में पंच चुने गए हैं।
वहीं 45 प्रतिशत पंचायतों में कोई सरपंच नहीं है। कुल 2,375 पंचायतों में से केवल 1,558 पंचायतों में सरपंच चुने गए थे। इनमें से अधिकतर बिना चुनाव लड़े जीत गए थे।
राजनीतिक स्थिति
कश्मीर के कई बड़े नेता हिरासत में
कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्री समेत सैंकड़ों बड़े नेता हिरासत में बंद है।
जब कुमार से पूछा गया कि ऐसे स्थिति में वो कैसे सुनिश्चित करेंगे चुनाव साफ-सुथरे तरीके से होंगे।
कुमार ने कहा, "जब भी कोई राजनीतिक पार्टी या कोई उम्मीदवार हमसे बराबर मौके देने की गुजारिश करेगा, हम वैसे मौके देने को तैयार हैं। मुझे नहीं पता कि हमारी पास कैसी गुजारिशें आएंगी।"
उन्होंने कहा कि राज्य में विकास के काम रुके हैं। इसलिए चुनाव होने जरुरी हैं।
सुरक्षा
सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त करेगी सरकार
राज्य में ये चुनाव पार्टी लाइन पर होंगे। जब कुमार से पूछा गया कि क्या इन चुनावों में हिरासत में बंद नेताओं को प्रचार करने की अनुमति मिलेगी?
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह उतने बड़े स्तर का चुनाव नहीं है। बड़े स्तर पर प्रचार नहीं किया जाएगा। यह एक छोटी चुनाव प्रक्रिया है, जिसमें केवल पंच और सरपंच वोट डालेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त करेगी।