पश्चिम बंगाल सरकार ने कुछ रियायतों के साथ 31 जुलाई तक बढ़ाया लॉकडाउन
देश में कोरोना वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है। प्रतिदिन संक्रमित और मृतकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है और वर्तमान में संक्रमितों की संख्या 4,56,183 पर पहुंच गई है। इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन को कुछ रियायतों के साथ 31 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है। 31 जुलाई तक राज्य में ट्रेन और मेट्रो का संचालन नहीं होगा और ना ही स्कूल-कॉलेज खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉकडाउन विस्तार की घोषणा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लॉकडाउन विस्तार की घोषणा करते हुए कहा कि राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को देखते हुए अधिक रियायतों के साथ लॉकडाउन को 31 जुलाई तक बढ़ाया जा रहा है। इस दौरान राज्य में रेल, मेट्रो सेवा का संचालन पूरी तरह से बंद रहेगा और स्कूल-कॉलेज सहित अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। हालांकि, इस दौरान शॉपिंग मॉल, रेस्तरां और अन्य प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में की थी राज्य की स्थिति पर चर्चा
बुधवार शाम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इसमें में कोरोना संक्रमण की ताजा स्थिति और राज्य के हालातों को लेकर चर्चा की गई थी। बैठक में कुछ दलों के नेताओं ने लॉकडाउन बढ़ाने का विरोध किया था। हालांकि, बाद में मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर दी। बैठक में भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, कांग्रेस के प्रदीप भट्टाचार्य, बसपा के मनोज हावलदार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता स्वपन बनर्जी आदि मौजूद थे।
CPIM ने किया लॉकडाउन आगे बढ़ाने का निर्णय का विरोध
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री की ओर से लॉकडाउन आगे बढ़ाने के प्रस्ताव का CPIM नेताओं ने विरोध किया था। CPIM सूर्या कांतो मिश्रा ने कहा कि इस फैसले से प्रदेश के लोगों की समस्या बढ़ जाएगी। यदि लॉकडाउन आगे बढ़ाया गया तो बोर्ड के लंबित पेपरों की परीक्षा कैसे होगी? सरकार ने फैसला किया है, लेकिन वह इसका समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों के हितों के बारे में भी सोचना चाहिए।
सरकार ने निजी अस्पतालों को दी चेतावनी
वहीं, पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने निजी और सरकारी अस्पतालों को मरीजों को भर्ती करने से इनकार करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि निजी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती नहीं करने की शिकायतें मिल रही है। इस तरह मरीजों को इंकार करना पश्चिम बंगाल क्लीनिकल एस्टैब्लिशमेंट (रजिस्ट्रेशन, रेगुलेशन एंड ट्रांसपेरेंसी) एक्ट, 2017 और पश्चिम बंगाल क्लीनिकल एस्टैब्लिशमेंट रूल्स, 2017 के तहत अपराध है।
इन राज्यों ने भी बढ़ा रखा है लॉकडाउन
बता दें लगातार बढ़ते मामलों को लेकर तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई और आसपास के तीन जिलों में 30 जून तक लॉकडाउन लागू कर रखा है। इसी तरह असम सरकार ने गुवाहाटी की 11 नगर पालिकाओं में 14 दिनों के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया है।
पश्चिम बंगाल में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
बता दें पश्चिम बंगाल में वर्तमान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 14,728 पहुंच गई हैं। इसमें से अब तक कुल 9,218 मरीज उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इसी तरह राज्य में अब तक 580 लोगों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में राज्य में कोरोना के कुल 4,930 ऐक्टिव केस हैं। इसके अलावा 18,13,88 लोगों को सर्विलांस में रखा गया है। प्रतिदिन जांच क्षमता भी बढ़ाई जा रही है।