पीरियड्स के दौरान इन योगासनों का करें अभ्यास, पेट दर्द और ऐंठन से मिलेगी राहत
पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को पेट दर्द और ऐंठन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और इनसे राहत के लिए वे अक्सर दर्द निवारक दवाइयों का सहारा लेती हैं। हालांकि ये दवाइयां उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। इस नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए महिलाएं कुछ योगासनों का अभ्यास करके भी पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द और ऐंठन से राहत पा सकती हैं। चलिए ऐसे ही कुछ योगासनों के बारे में जानते हैं।
बालासन
इस योगासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर झुककर माथे को जमीन से सटाएं। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहकर सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इसके बाद सामान्य रूप से सांस लेते हुए वापस वज्रासन की मुद्रा में आ जाएं और सामान्य हो जाएं।
त्रिकोणासन
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और फिर अपने दोनों पैरों को जितना हो सके उतना खोल लें। इसके बाद अपने दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं और फिर एक हाथ की उंगलियों से उसी तरफ के पैर के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। इस मुद्रा में दो-तीन मिनट तक बने रहने के बाद धीरे-धीरे आसन छोड़ें। फिर इसी प्रक्रिया को दूसरे हाथ से दोहराएं।
शवासन
सबसे पहले योगा मैट पर आराम मुद्रा में फैलकर लेट जाएं और आंखें बंद कर लें। इस दौरान आपकी दोनों हथेलियां शरीर से लगभग एक फीट की दूरी और दोनों पैर एक-दूसरे से लगभग दो फीट की दूरी पर होने चाहिए। अब धीरे-धीरे सांसें लें और पूरा ध्यान सांस पर लगाने की कोशिश करें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने के बाद अपनी आंखों को धीरे-धीरे खोलें। अंत में दायीं ओर करवट लेकर उठें और आसन को छोड़ दें।
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाएं और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। पूरी तरह से झुकने के बाद अपने माथे को घुटनों पर रखकर हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास करें। कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें, फिर गहरी सांस लेते हुए सामान्य हो जाएं।