पूर्वोत्तानासन: जानिए इस योगासन के अभ्यास का तरीका, लाभ और अन्य महत्वपूर्ण बातें
कई तरह की शारीरिक समस्याओं से राहत दिलाने में योगासनों का अभ्यास कारगर सिद्ध हो सकता है और इस बात का कई वैज्ञानिक शोधों में भी जिक्र है। वैसे तो योगासन कई प्रकार के हैं, लेकिन कुछ प्रचलित आसनों में से एक पूर्वोत्तानासन भी है, जिसका नियमित अभ्यास करने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। चलिए फिर आज हम आपको पूर्वोत्तानासन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
पूर्वोत्तानासन के अभ्यास का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की स्थिति में बैठ जाएं, फिर अपने दोनों हाथों को पीठ के पीछे ले जाएं और हथेलियों को जमीन पर रखें। इसके बाद सामान्य सांस लेते रहें और अपने शरीर को थोड़ा पीछे की ओर झुकाते हुए शरीर को अपनी क्षमतानुसार उठाने की कोशिश करें। इस दौरान अपने सिर को भी पीछे की ओर झुकाएं और अपने तलवों को जमीन से सटाएं। कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर आपको रीढ़ की हड्डी, पैरों, हाथों या फिर सिर से संबंधित कोई समस्या है तो आपको इस योगासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए क्योंकि इस वजह से आपकी समस्या बढ़ सकती है। वहीं, जिन लोगों को अक्सर चक्कर आते हैं उन्हें भी इस योगासन का अभ्यास न करने की सलाह दी जाती है और अगर आपको पेट संबंधित कोई समस्या है या आपकी कोई सर्जरी हुई है तो भी इसका अभ्यास न करें।
पूर्वोत्तानासन के रोजाना अभ्यास मिलने वाले फायदे
अगर आप नियमित तौर पर पूर्वोत्तानासन का अभ्यास करते हैं तो इससे कलाइयों, भुजाओं, कंधों, पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूती मिलती है। इसके अतिरिक्त, इससे पूरे शरीर की मांसपेशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और श्वसन प्रक्रिया में सुधार होता है। इसी के साथ यह योगासन थायरॉइड ग्रंथि को उत्तेजित करता है और चिंता और घबराहट जैसे कई तरह के मानसिक विकारों से भी काफी हद तक राहत प्रदान कर सकता है।
पूर्वोत्तानासन के अभ्यास से जुड़ी महत्वपूर्ण टिप्स
अगर आप पहली बार इस योगासन का अभ्यास करने जा रहे हैं तो सबसे पहले इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें और इसके बाद ही अभ्यास करने की कोशिश करें क्योंकि गलत योगाभ्यास परेशानी का कारण बन सकता है। बेहतर होगा अगर आप किसी योग शिक्षक की निगरानी में इसका अभ्यास करें। वहीं, इस योगासन का अभ्यास करने से पहले कुछ हल्की-फुल्की स्ट्रैचिंग एक्सरसाइज कर लें ताकि शरीर में थोड़ा लचीलापन आ सके।