सिंहासन: स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है यह योगासन, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
आजकल कई लोग किसी न किसी कारणवश स्वास्थ्य के साथ समझौता कर रहे हैं और इस कारण उन्हें तनाव और हृदय रोग समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर आप चाहते हैं कि ऐसी कोई भी समस्या आपको न हो तो सिंहासन का अभ्यास आपके लिए फायदेमंद हो सकता है और इसका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। चलिए फिर आज हम आपको सिंहासन से जुड़ी कुछ अहम बातें बताते हैं।
इस तरह करें सिंहासन का अभ्यास
सबसे पहले जमीन पर वज्रासन की स्थिति में बैठकर अपने घुटनों को खोल लें और फिर अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों के ऊपर रखें। इसके बाद चेहरे की मांसपेशियों पर दबाव डालते हुए जीभ को बाहर निकालें और मुह खोलकर शेर की तरह दहाड़ लगाएं। कुछ मिनट तक ऐसा करने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। लाभ के लिए तीन से पांच बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर किसी को इस योगासन का अभ्यास करते समय पीठ और घुटनों में दर्द हो तो तुरंत इसका अभ्यास करना छोड़ दें। इसके अतिरिक्त,अगर शरीर में कमजोरी महसूस होने और उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से ग्रस्त होने पर भी इस योगासन का अभ्यास न करें। 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गर्भवती महिलाओं को डॉक्टरी सलाह के बाद ही इस योगासन का अभ्यास करना चाहिए।
सिंहासन का रोजाना अभ्यास करने से मिलने वाले फायदे
अगर आप सिंहासन का रोजाना अभ्यास करते हैं तो इससे आपका बढ़ता वजन काफी हद तक नियंत्रित हो सकता है। इस योगासन का अभ्यास करने से पेट, पीठ, पैर और बांहों की मांसपेशियों में मजबूती भी आती है। इसके अलावा सिंहासन हृदय जोखिमों से दूरी बनाए रखता है और त्वचा के स्वास्थ्य पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ता है। मानसिक फायदों की बात करें तो यह दिमाग को शांत रखने और तनाव से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है।
सिंहासन के अभ्यास से जुड़ी महत्वपूर्ण टिप्स
अगर आप पहली बार इस योगासन का अभ्यास करने जा रहे हैं तो सबसे पहले इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें और तभी इसका अभ्यास करें। संभव हो सके तो किसी योग शिक्षक की निगरानी में ही इसका अभ्यास करें। अगर किसी के घुटने में चोट लगी है तो वह इस आसन का अभ्यास कुर्सी पर बैठकर भी कर सकता है। इस योगासन का अभ्यास हमेशा खाली पेट ही करें।