पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में सहायक है ये छह योगासन, वीडियो देखकर करें अभ्यास
आजकल लोगों की जीवनशैली में तेजी से बदलाव हो रहा है, जिसका बुरा असर स्वास्थ्य पर आसानी से देखा जा सकता है। इसमें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थों का सेवन और नींद पूरी न लेना जैसी आदतें शामिल हैं, जिससे पाचन शक्ति भी कमजोर होती है। मगर, कुछ योगासनों का नियमित अभ्यास पाचन क्रिया को दुरूस्थ कर मजबूती देने में सहायक है। तो आइए जानें कि वे योगासन कौन से हैं, जिनके अभ्यास से पाचन स्वस्थ हो सकता है।
पश्चिमोत्तानासन
इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले जमीन पर दंडासन की स्थिति में बैठ जाएं। फिर सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और कमर को बिल्कुल सीधा रखें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए और पेट को अंदर की ओर ले जाते हुए आगे की ओर झुक जाएं। इस मुद्रा में एक मिनट तक रुके रहें व धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं। पश्चिमोत्तानासन के अभ्यास से पाचन क्षमता में वृद्धि होती है।
भुजंगासन
इस आसन के अभ्यास के लिए अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों पर दबाव डालते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, उठाने की कोशिश करें। पांच बार सांस लें और आराम करें, फिर से आसान को दोहराएं। भुजंगासन का नियमित अभ्यास करने से हृदय मजबूत बनता है। साथ ही यह आसन पाचन क्रिया को दुरूस्थ कर छोटी-छोटी समस्याओं से निजात दिलवाता है।
कपालभाति प्राणायाम
इस प्राणायाम के अभ्यास से मस्तिष्क और पाचन क्रिया ऊर्जान्वित होता है । कपालभाति का अभ्यास करने के लिए पद्मासन की स्थिति में बैठ जाइए और हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रख लें। आंखे बंद कर पूरे शरीर को ढीला छोड़कर नाक से गहरी सांस लें और पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए सांस छोड़ें, लेकिन सांस छोड़ते समय ज्यादा दबाव न डालें। पांच मिनट इस प्रकिया को दोहराते रहें व धीरे-धीरे आंखों को खोलते हुए प्राणायाम छोड़े।
सर्वांगसन
सर्वांगसन करने के लिए जमीन पर पीठ के बल सीधे होकर लेट जाएं। फिर दोनों हाथों को जमीन पर रखें व सांस लेते हुए पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। इसके बाद हाथों से कमर को सपोर्ट देते हुए पैरों को 90 डिग्री या 120 डिग्री तक घूमा लें। फिर हाथों को उठाकर कमर के पीछे लगाएं व पैरों को मिलाकर सीधा करें। इस स्थिति में कम से कम एक मिनट तक रहते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं।
नौकासन
नौकासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले जमीन पर सीधे लेट जाएं। फिर अपने सिर व कंधों के साथ-साथ अपने पैरों को ऊपर की ओर सीधा उठा लें। बस ध्यान रखें कि इस आसन में आपके हाथ, पैर और कंधे समांतर में हो। पांच बार सांस लें और आराम करें, फिर से आसान को दोहराएं। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से पाचन तंत्र बेहतर होता है। साथ ही इससे हर्निया जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
हलासन
इस योगासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं व अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें। फिर दोनों पैरों के तलवो को आपस में जोड़ते हुए पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं और सिर के पीछे ले जाएं। बस ध्यान रखें कि इस अवस्था में घुटनों को माथे की सीध में ही रखना है। एक-दो मिनट तक इस स्थिति में सांस लें और छोड़ें, फिर धीरे-धीरे आसन की स्थिति छोड़ दें।