मधुमेह या प्री-डायबिटिक रोगियों को खाली पेट नहीं खानी चाहिए ये 3 चीजें
अधिकांश लोग सुबह के नाश्ते में मक्खन लगा हुआ टोस्ट, फलों का जूस और कॉर्नफ्लेक्स का सेवन करने लगे हैं, लेकिन ये चीजें मधुमेह या प्री-डायबिटिक रोगियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। सुबह-सुबह हार्मोनल परिवर्तनों के कारण ब्लड शुगर आमतौर पर अनियंत्रित होती है और ऐसे में ये चीजें स्थिति को और ज्यादा बिगाड़ सकती हैं। आइए जानते हैं कि मधुमेह या प्री-डायबिटिक रोगियों को टोस्ट, जूस और कॉर्नफ्लेक्स का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए।
टोस्ट
टोस्ट सबसे आसानी से बनाया जाने वाला नाश्ता है, लेकिन सफेद ब्रेड उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स खाद्य पदार्थ है और यह अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड है। इसमें पोषक तत्व नहीं होते हैं और कैलोरी अधिक होती है। इस वजह से सफेद ब्रेड या मैदे से बनी अन्य चीजें ब्लड शुगर को बढ़ाने का कारण बन सकती हैं। ब्लड शुगर का बढ़ना मधुमेह रोगियों की स्थिति को गंभीर बना सकता है। यहां जानिए ब्लड शुगर बढ़ाने वाली चीजें।
फलों का जूस
फलों में फाइबर और अन्य खनिजों की अच्छी-खासी मात्रा होती है, लेकिन जब जूस बनाकर छाना जाता है तो अधिकांश फाइबर निकल जाता है। फाइबर के बिना फलों का जूस ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। फलों के जूस में एक पूरे फल के मुकाबले ज्यादा कैलोरी होती है क्योंकि जूस में कई सारे फल डाले जाते हैं। इस तरह से यह एक उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स खाद्य पदार्थ बना जाता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए सही नहीं है।
कॉर्नफ्लेक्स या म्यूसली
आजकल बाजार में कॉर्नफ्लेक्स और म्यूसली की कई किस्में मौजूद हैं, लेकिन वे अधिक चीनी और आर्टिफिशियल स्वाद से भरपूर होती हैं। ये दोनों चीजें ब्लड शुगर को बढ़ा सकती हैं, इसलिए मधुमेह या प्री-डायबिटिक रोगियों को इन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। कभी भी विज्ञापन देखकर अपना नाश्ता न चुनें, बल्कि अपने पोषण विशेषज्ञ की सलाह अनुसार चीजों का सेवन करें क्योंकि वह आपकी शारीरिक स्थिति के अनुसार आपका खान-पान तय करते हैं।
मधुमेह या प्री-डायबिटिक रोगियों के क्या खाना है लाभदायक?
मधुमेह या प्री-डायबिटिक रोगियों को फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए क्योंकि वे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए नाश्ते में सूखे मेवे, बीज, दाल से बने व्यंजन और दही आदि का सेवन किया जा सकता है। महिलाओं को रोजाना 25 ग्राम फाइबर का सेवन करना चाहिए, जबकि पुरुषों को रोजाना 35 ग्राम फाइबर का सेवन करना चाहिए।