कूर्मासन: स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है इस योगासन का अभ्यास, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
अगर आप व्यस्त दिनचर्या और गलत खान-पान की वजह से होने वाली गंभीर बीमारियों से राहत पाना चाहते हैं तो आपके लिए योगासनों के अभ्यास से अच्छा और कोई विकल्प नहीं हो सकता। आज हम आपको इन्हीं योगासनों में शामिल कूर्मासन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से राहत मिलती है। चलिए फिर जानते हैं कछुए की मुद्रा वाले योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
कूर्मासन करने का तरीका
सबसे पहले चटाई पर सीधे बैठकर अपने दोनों पैरों को 45 डिग्री तक फैलाने की कोशिश करें। फिर अपने दोनों हाथों को घुटनों के नीचे लेकर सीधा फैला दें। अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुककर अपने सिर को जमीन पर लगाएं और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने का प्रयास करें। फिर कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में रहते हुए सामान्य गति से सांस लेते रहें। फिर गहरी सांस लेते हुए प्रारंभिक अवस्था में आएं।
कूर्मासन के अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
1) अगर आपको रीढ़ की हड्डी या घुटनों से जुड़ी कोई समस्या या दर्द है तो इस योगासन का अभ्यास करने से बचें। 2) अगर आप कंधे से जुड़ी किसी समस्या से परेशान हैं तो आपको इस योगासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके कारण आपकी समस्याएं बढ़ सकती है। 3) मासिक धर्म के दौरान महिलाएं को यह योगासन नहीं करना चाहिए। 4) खाना खाने के तुरंत बाद इस योगासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
कूर्मासन के नियमित अभ्यास से मिलने वाले फायदे
अगर आप नियमित तौर पर कूर्मासन का अभ्यास करते हैं तो इससे आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उदाहरण के लिए इसके अभ्यास से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और नर्वस सिस्टम को आराम मिलता है जिससे इसकी कार्यक्षमता बेहतर होती है। इसके अतिरिक्त यह श्वसन प्रक्रिया के लिए भी लाभदायक है। बात अगर इसके अभ्यास से मिलने वाले मानसिक फायदों की करें तो यह दिमाग को शांत और तनाव से निजात दिलाने में सहायक हो सकता है।
कूर्मासन का अभ्यास करने से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण टिप्स
1) अगर आप पहली बार इस योगासन का अभ्यास करने जा रहे हैं तो सबसे पहले इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें। फिर इसकी मुद्रा को बारीकी से समझने का प्रयास करें। 2) संभव हो सके तो किसी योग शिक्षक की निगरानी में इसका अभ्यास करें। 3) इस योगासन का अभ्यास करने से पहले कुछ हल्की-फुल्की स्ट्रैचिंग एक्सरसाइज कर लें। 4) इस योगासन को करते समय ज्यादा कसे हुए कपड़े न पहनें।