किडनी रोगों से बचाने में मददगार हैं ये योगासन, वीडियो देखकर करें अभ्यास
क्या है खबर?
किसी एक अंग के सुचारू रूप से काम न करने पर पूरे शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है।
किडनी भी उन्ही में से शरीर का एक मुख्य अंग है, जो खून को साफ करके शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालती है। लेकिन कई बार इसको गंभीर रोगों से बचा पाना मुश्किल हो जाता है।
इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताएंगे, जो किडनी को रोगों से बचाने में मददगार हैं।
तो आइए जानें।
#1
उष्ट्रासन
इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं और अब घुटनों के बल ही खड़े हो जाएं।
अब सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें। फिर दायीं हथेली को दायीं एड़ी पर और बायीं हथेली को बायीं एड़ी पर रखने की कोशिश करें।
इस अवस्था में दो मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे आसन को छोड़े।
इसके नियमित अभ्यास से गर्दन से लेकर घुटने तक का भाग एक साथ प्रभावित होकर निरोग बनता है।
#2
त्रिकोणासन
त्रिकोणासन करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैरों को एक दूसरे से जितना दूर हो सके उतना करें, फिर सीधे हो जाएं।
इसके बाद अपने दोनों हाथों को कन्धों की सीध में फैलायें, उसके बाद धीरे-धीरे हाथों को एक तरफ झुकाएं।
फिर उसी तरफ पैर के अंगूठे को हाथ की उंगलियों से छूने की कोशिश करें।
गर्दन को भी उसी हाथ की ओर झुकाएं। इस मुद्रा में 2-3 मिनट रहें। यही प्रक्रिया दूसरे हाथ की तरफ से भी दोहराएं।
#3
मार्जरासन
मार्जरासन एक तरह से किडनी के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करता है, क्योंकि ये आसन किडनी को मजबूत बनाता है।
इस आसन से आपको आराम और मजबूती मिलती है और दर्द से छुटकारा भी मिलता है।
आसन करने के लिए सबसे पहले अपने हाथों और घुटनों को योगा मैट पर फैला दीजिए और अपनी कमर को बिल्ली के आकार में ले आइए, फिर सांस छोड़ें और अपनी कमर को तिरछा कर लें।
इसे पांच से छह बार दोहराएं।
#4
हलासन
हलासन कंधों, रीढ़, कमर के निचले हिस्से और किडनी को ताकत देने में मदद करता है।
इस आसन को करने के लिए सीधे हाथ की तरफ से शुरू करें, फिर अपने पैर की उंगलियों को फर्श पर लाने के लिए अपनी कमर के निचलें हिस्से को मोड़ें।
इसके बाद अपने हाथों को एक साथ पकड़ें और अपनी पीठ के पीछे से अपने हाथों को फैलाएं।
जब तक यह आपके लिए आरामदायक हो, तब तक स्थिति को बनाए रखें।