कुंभ से लेकर राजस्थानी धुनों पर नाचने वाले ऊंट तक, जनवरी में होंगे ये मशहूर फ़ेस्टिवल

नया साल अपने साथ लोगों के जीवन में कई ख़ुशियाँ लाता है। इसके अलावा नए साल के साथ कई फ़ेस्टिवल का आगाज़ भी हो जाता है। ये फ़ेस्टिवल देश के अलग-अलग राज्यों में मनाए जाते हैं, जिनको देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं। अगर आप भी नए साल में परिवार के साथ कोई ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो आज हम आपको भारत में जनवरी में होने वाले कुछ मशहूर फ़ेस्टिवल के बारे में बताने जा रहे हैं।
'अंतरराष्ट्रीय काइट फ़ेस्टिवल' गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे मनाया जाता है, लेकिन यह फ़ेस्टिवल जयपुर में भी पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना रहता है। इस साल काइट फ़ेस्टिवल 06 जनवरी से 14 जनवरी, 2019 तक मनाया जा रहा है। यहाँ मकर संक्रांति के दिन देश-दुनिया से लोग आकर विभिन्न तरह की पतंगों को उड़ाने का लुफ़्त उठाते हैं। इस फ़ेस्टिवल की शुरुआत गुजरात में 1989 से हुई थी।
राजस्थान के बीकानेर में मनाया जाने वाला यह अद्भुत फ़ेस्टिवल 12 और 13 जनवरी, 2019 को दो दिनों के लिए आयोजित किया जाएगा। फ़ेस्टिवल की शुरुआत जूनागढ़ फ़ोर्ट से ऊँटों के जुलूस से होती है। इस दौरान ऊँटों को सर से लेकर पैरों तक सजाया जाता है। ये ऊँट रेस में दौड़ने के साथ-साथ राजस्थानी संगीत पर करतब भी दिखाते हैं। फ़ेस्टिवल में शाम को म्यूज़िकल कॉन्सर्ट आयोजित किया जाता है, जिसमें राजस्थान के देसी रंग दिखाई देते हैं।
भारत में गंगा नदी का महत्व सभी नदियों में सबसे ऊपर माना जाता है। गोमुख से निकलकर गंगा पश्चिम बंगाल के सागर में मिलती है। यही वजह है कि इस संगम स्थल को गंगासागर कहा जाता है। गंगासागर को लेकर आम जन-मानस में एक कहावत भी प्रसिद्ध है, 'सारे तीर्थ बार-बार, गंगासागर एक बार'। मकर संक्रांति के समय यहाँ बड़े स्तर पर मेला आयोजित किया जाता है। मेला इस बार 13 जनवरी से 15 जनवरी, 2019 तक लगेगा।
दक्षिण भारत घूमने के लिए यह समय सबसे बेहतर है। केरल में मनाया जाने वाला पोंगल, दक्षिण भारत का प्रमुख फ़ेस्टिवल है। पोंगल 15 जनवरी से 18 जनवरी, 2019 तक मनाया जाएगा। इस फ़ेस्टिवल में धान का चावल निकालकर उसका भोग बनाते हैं, वहीं बहन अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना भी करती हैं। चार दिनों तक चलने वाले इस फ़ेस्टिवल के चार पोंगल होते हैं। सभी पोंगल की धूम-धाम से पूजा की जाती है।
चारों पोंगल में भोगी पोंगल, सूर्य पोंगल, मट्टू पोंगल और कन्या पोंगल है। सभी चारों पोंगल की चार दिनों तक क्रमशः पूजा की जाती है। इसमें से कन्या पोंगल में केवल महिलाएँ ही भाग लेती हैं।
इस बार प्रयागराज में अर्ध कुंभ 15 जनवरी से 04 मार्च, 2019 तक होने जा रहा है। देश के चार पवित्र स्थानों नासिक में गोदावरी के तट पर, उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट पर एवं हरिद्वार और प्रयागराज में गंगा नदी के तट पर कुंभ और अर्ध कुंभ का आयोजन किया जाता है। प्रत्येक स्थान पर हर तीन साल में कुंभ का आयोजन किया जाता है, जबकि 12वें साल में महाकुंभ अपने पहले स्थान पर लगता है।