कुंभ के दौरान प्रयागराज में नहीं होंगी शादियां, योगी सरकार ने लगाई पाबंदी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल जनवरी, फरवरी और मार्च में शादियों पर आंशिक पाबंदी रहेगी। दरअसल, योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें कुंभ मेले के दौरान जनवरी से मार्च तक कुंभ स्नान के एक दिन पहले से लेकर एक दिन बाद तक शहर में होने वाली शादियों पर रोक लगाई गई है। इस आदेश की कॉपी शहर के सभी मैरिज हॉल में भेजकर उस समय की बुकिंग रद्द करने का आदेश दिया गया है।
लोगों की बढ़ी परेशानियां
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार के इस आदेश के बाद कई परिवारों के सामने परेशानियां खड़ी हो गई हैं। कई परिवारों ने शादियां तय की हुई थी, लोगों ने शादियों के लिए होटल, मैरिज हॉल और गेस्टहाउस तक बुक कर रखे थे। वहीं होटल और मैरिज हॉल मालिकों को कारोबार में होने वाले नुकसान की चिंता सता रही है। कुछ लोग शादियां टाल रहे हैं वहीं कुछ लोग शहर से बाहर गांवों में जाकर शादियां करने की योजना बना रहे हैं।
ये है कुंभ मेले का कार्यक्रम
प्रयागराज में होने वाला कुंभ मेला जनवरी से शुरू हो जाएगा। सरकार के आदेश के अनुसार, कुंभ स्नान के एक दिन पहले से लेकर एक दिन बाद तक शहर में शादियां नहीं होंगी। कुंभ में जनवरी में मकर सक्रांति और पौष पूर्णिमा का स्नान है, जबकि फरवरी में मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा का स्नान है। वहीं मार्च महीने में महाशिवरात्रि का स्नान होगा। इन स्नान के दिनों में शहर में शादियों पर रोक लगाई गई है।
कुंभ में इन तारीखों पर होगा स्नान
14 जनवरी को मकर सक्रांति का स्नान, 21 को पौष पूर्णिमा और 31 को पौष एकादशी का स्नान होगा। 4 फरवरी को मौनी अमावस्या, 10 को बसंत पंचमी, 16 को माघी एकादशी, 19 को माघी पूर्णिमा और 4 मार्च को महाशिवरात्री का स्नान होगा।
इस बार आयोजित होगा अर्ध कुंभ
हिंदू धर्म में कुंभ मेला और उसमें किए जाने वाले स्नान का खास महत्व है। कहा जाता है कि कुंभ में स्नान करने वाले लोगों के सारे पाप मिट जाते हैं। कुंभ मेला हर 12 साल बाद आयोजित होता है। दो कुंभ मेलो के बीच लगने वाले कुंभ को अर्ध कुंभ कहा जाता है। इस बार (2019 में) लगने वाला कुंभ, असल में अर्ध कुंभ है। मकर सक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान के साथ इसकी शुरुआत हो जाएगी।