टीम चयन को लेकर कोहली के समर्थन में आए कोच रवि शास्त्री, आलोचकों पर साधा निशाना

भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने टीम के चयन को लेकर कोहली का समर्थन किया है। इसके साथ ही शास्त्री ने बिना किसी का नाम लिए टीम की आलोचना करने वालों को भी जमकर लताड़ा। शास्त्री ने कहा, मीलों दूर बैठकर बातें बनाना आसान होता है। आपको बता दें कि पर्थ टेस्ट में भारतीय टीम को 146 रनों से हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद से कोहली की क्रिकेट जगत में काफी आलोचना हो रही है।
शास्त्री ने टीम को निशाना बनाने वाले पूर्व क्रिकेटरों पर पलटवार करते हुए कहा, "जब आप लाखों मील दूर बैठे होते हैं तो बातें बनाना आसान होता है।" इसके बाद शास्त्री ने कहा, "टीम चयन में जडेजा को लेकर दुविधा थी। इसे बहुत बड़ा मुद्दा बना दिया गया। चयन समिति ने वही किया जो टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ था।" दूसरे टेस्ट में जडेजा और ईशांत की बहस पर शास्त्री ने कहा कि ये घटना टीम को एकजुट कर सकती है।
पर्थ टेस्ट में हार के बाद कोहली के बर्ताव का कोच रवि शास्त्री ने समर्थन किया। शास्त्री ने कहा, "कोहली शानदार खिलाड़ी हैं। उनके बर्ताव में कुछ गलत नहीं था। मेरी नज़र में वह जेंटलमैन हैं।" हालांकि शास्त्री ने माना कि टॉप ऑर्डर टीम के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, "टॉप ऑर्डर की समस्या बड़ी चिंता है। ऊपरी क्रम को जिम्मेदारी लेनी होगी, मुझे यकीन है कि उनके पास अनुभव है और वो योगदान देंगे।"
सलामी बल्लेबाज़ मयंक को लेकर कोच रवि शास्त्री ने कहा कि टीम प्रबंधन विकल्प के रूप में मयंक के नाम पर गंभीरता से विचार कर रहा है। आपको बता दें कि मयंक ने भारत ए के लिए और घरेलू क्रिकेट में काफी रन बनाएं है।
पिछले एक साल से सलामी बल्लेबाज़ मयंक अग्रवाल बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। रणजी ट्राफी के पिछले सत्र में मयंक ने 13 पारियों में 105.45 की औसत से 1,160 रन बनाएं थे। जिसमें पांच शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। मयंक ने इस दौरान भारत ए के लिए भी खेलते हुए ढ़ेरों रन बनाएं हैं, जिसके बाद विंडीज़ के खिलाफ भारतीय टीम में उनका चयन हुआ था। हालांकि मयंक को अभी तक अंतिम ग्याराह में जगह नहीं मिली है।
पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 326 रन बनाएं थे। इसके बाद भारत को पहली पारी में 283 रनों पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 43 रनों की बढ़त हासिल की थी। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 243 रन बनाकर भारत को 286 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में पूरी भारतीय टीम 140 रनों पर सिमट गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टेस्ट में 146 रनों से जीत दर्ज कर सीरीज़ 1-1 से बराबर कर ली है।