जन्मदिन विशेष: मनोज बाजपेयी 55 साल की उम्र में एकदम फिट, जानिए उनकी फिटनेस का राज
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी आज (23 अप्रैल) को अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं। मनोज ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1994 में आई फिल्म 'द्रोहकाल' से की थी और इसके बाद उन्हें कई फिल्मों और वेब सीरीज में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए पुरस्कार जीते हैं। अपने अभिनय कौशल के अलावा मनोज अपनी फिट और स्वस्थ जीवनशैली के लिए भी जाने जाते हैं। आइए मनोज की डाइट और एक्सरसाइज के बारे में जानते हैं।
ब्रिस्क वॉक से अपना कसरत रूटीन शुरू करते हैं मनोज
मनोज बाजपेयी एक फिटनेस उत्साही हैं, लेकिन वह घंटों जिम में बिताना पसंद नहीं करते हैं। वह अपने कसरत रूटीन की शुरूआत ब्रिस्क वॉक से करते हैं। इससे न सिर्फ शरीर का वार्मअप हो जाता है, बल्कि कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। यह एक्सरसाइज आपको सक्रिय और ऊर्जावान बनाकर और दिमाग में ऑक्सीजन स्तर को बेहतर करके तनाव को दूर कर सकती है। इसके अतिरिक्त यह वजन को नियंत्रित रखने में मदद कर सकती है।
मनोज रोजाना 30 मिनट तक करते हैं कार्डियो एक्सरसाइज
ब्रिस्क वॉक के बाद मनोज का कार्डियो सेशन शुरू होता है, जो 30 मिनट तक चलता है। इसके लिए वह साइकिलिंग करते हैं। इसका फायदा है कि साइकिल चलाते समय दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने और दिल से जुड़ी अन्य बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है। इसके अतिरिक्त इससे सिरोटोनिन, डोपामाइन और फेनिलइथिलामीन जैसे रसायनों का दिमाग में उत्पादन बढ़ता है, जिससे आप खुश महसूस करते हैं।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और योग का अभ्यास भी करते हैं मनोज
मनोज के रूटीन में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी शामिल है। वह सप्ताह के अलग-अलग दिनों में विभिन्न मांसपेशी समूहों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इसके लिए वह बेंच प्रेस, स्क्वाट्स, डेडलिफ्ट्स, पुल-अप्स और पुश-अप्स जैसी एक्सरसाइज करते हैं। इसके अतिरिक्त मनोज अपने शरीर के लचीलेपन और संतुलन को बेहतर बनाने के लिए योग भी करते हैं। उनका मानना है कि योग उन्हें शांत और स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग का पालन करते हैं मनोज
मनोज इंटरमिटेंट फास्टिंग का पालन करते हैं। इसके लिए वह 18 घंटे का उपवास रखते हैं, जबकि सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक खाना खाते हैं। बता दें कि इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट से अलग खाने का एक पैटर्न है, जिसके तहत व्यक्ति अपनी सुविधानुसार एक निर्धारित समय का चुनाव कर यह फास्टिंग शुरू कर सकता है। यह वजन कम करने के साथ-साथ अन्य कई शारीरिक समस्याओं से निजात दिलाने का काम कर सकती है।