कोल्ड कॉफी बनाम आइस्ड टी: इनमें से किसका सेवन करना है ज्यादा बेहतर?
चाय और कॉफी दुनिया के सबसे लोकप्रिय गर्म पेय हैं, लेकिन गर्मियों के दौरान चाय आइस्ड टी में बदल जाती है, वहीं कॉफी का सेवन कोल्ड कॉफी के तौर पर किया जाता है। ये दोनों ही पेय कैफीन युक्त होते हैं, लेकिन कभी सोचा है कि आपके स्वास्थ्य के लिए इन दोनों में से किसका सेवन ज्यादा बेहतर है? आइए आज हम आपको इन पेय में मौजूद कैफीन की मात्रा और इनके स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताते हैं।
कोल्ड कॉफी बनाने का तरीका
कोल्ड कॉफी की उत्पत्ति अल्जीरिया में हुई थी, लेकिन अब यह दुनिया के सबसे लोकप्रिय पेय में से एक है और इसे घर पर भी आसानी से बनाया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले ब्लेंडर के जार में फुल क्रीम दूध, कॉफी, चीनी और बर्फ के टुकड़े डालकर अच्छे से ब्लेंड करें। इस तरह से कोल्ड कॉफी तैयार हो जाएगी, फिर इसे एक गिलास में डालकर परोसें।
ऐसे बनाई जाती है आइस्ड टी
आइस्ड टी की उत्पत्ति 1860 के दशक के दौरान अमेरिका में हुई और अब आप इसे खुद भी घर पर बना सकते हैं। इसके लिए पहले सामान्य चायपत्ती को पानी में उबालें, फिर गैस को बंद करके इसमें नींबू के छिलके डालें। अब इस मिश्रण को कमरे के तापमान पर ठंडा करने के बाद 10-12 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। समय पूरा होने के बाद मिश्रण को छानकर गिलास में डालें, फिर इसमें शहद मिलाकर परोसें।
कोल्ड कॉफी और आइस्ड टी से मिलने वाले फायदे
कोल्ड कॉफी और आइस्ड टी की सामग्रियां एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से युक्त होती हैं, जो शरीर से मुक्त कणों को दूर करने में मदद कर सकते हैं। अगर आप बिना चीनी और दूध के कोल्ड कॉफी बनाते हैं तो यह वजन नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। यही फायदा आइस्ड टी से भी मिल सकता है। इसके अतिरिक्त आइस्ड टी एल-थेनाइन नामक तत्व से भरपूर होती है, जो दिमाग के लिए फायदेमंद है।
आइस्ड टी और कोल्ड कॉफी में से क्या है स्वास्थ्य के लिए बेहतर?
कोल्ड कॉफी में आइस्ड टी के मुकाबले लगभग दोगुना कैफीन होता है। चायपत्ती भले ही निकोटीन और कैफीन युक्त होती है, लेकिन जब आइस्ड टी के चायपत्ती वाले पानी को छाना जाता है तो कैफीन का असर कम हो जाता है। हालांकि, कोल्ड कॉफी में कॉफी पूरी तरह से घुल जाती है, जिससे उसमेंं कैफीन की मात्रा अधिक बनी रहती है। इसलिए दोनों पेय में से आइस्ड टी को चुनना बेहतर है।