भारत में मौजूद हैं ये प्रसिद्ध खारे पानी की झीलें
विभिन्न संस्कृतियों को समेटे भारत प्राकृतिक खूबसूरती से भी समृद्ध है। देश में ऐसे कई विचित्र प्राकृतिक नजारे हैं जिनके बारे में शायद ही आप जानते होंगे। इन्हीं विचित्र और खूबसूरत जगहों में से एक है 'नमक की झील'। ये विचित्र इसलिए है क्योंकि भारत में ऐसी बहुत ही कम झीले हैं जिनमें नमक पाया जाता है। आज हम आपको ऐसी ही कुछ झीलों से ही रूबरू कराने जा रहे हैं। चलिए इनके बारे में जानते हैं।
पचपदरा झील
राजस्थान एक ऐसा राज्य है जिसको सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। इस शानदार राज्य की खूबसूरती को देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि यहां एक ऐसी भी झील है जिसमें नमक पाया जाता है। दरअसल, राजस्थान के बाडमेर जिले में पचपदरा झील से एक झील मौजूद है। इस झील का पानी इतना खारा है कि यहां से नमक निकाला जाता है।
लोनार झील
हाल ही में आपने यह खबर जरूर सुनी होगी कि महाराष्ट्र में एक झील का पानी रातों-रात लाल रंग का हो गया। यह कोई और झील नहीं बल्कि लोनार झील थी। यह झील मुंबई से लगभग 500 किलोमीटर दूर बुलढाना जिले में मौजूद है और कहा जाता है कि एक उल्कापिंड के पृथ्वी पर गिरने की वजह से यह झील बनी है। इसका पानी एकदम खारा है और यह महाराष्ट्र के मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक है।
पुलीकट झील
भारत का दक्षिणी भाग हमेशा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है क्योंकि यहां के राज्यों में ऐसे कई प्राकृतिक सुंदरता से पूर्ण स्थल हैं जिन्हें देखकर आज भी पर्यटक अचंभित हो जाते हैं। पुलीकट झील उन्हीं खूबसूरत स्थलों में से एक है जो तमिलनाडु की सीमा के आखिरी छोर पर स्थित है। खारा पानी होने के चलते इस झील में भी काफी मात्रा में नमक मिलता है।
चिल्का झील
उड़ीसा को भारत के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है और यहां लोग दूर-दूर से भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां के खूबसूरत समुद्र तट और झीलें भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को खूब आकर्षित करती हैं और इन्हीं में शामिल है चिल्का झील। कहा जाता है कि दिसंबर से जून तक इसका पानी खारा रहता है और मानसून में इस झील का पानी मीठा हो जाता है।