
NCERT के नए माड्यूल में भारत के बंटवारे की विभीषिका, कांग्रेस-जिन्ना और माउंटबेटेन को दोषी ठहराया
क्या है खबर?
केंद्र सरकार भारत के बंटवारे की विभीषिका बच्चों को पढ़ाएगी। इसके लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने 2 नए मॉड्यूल जारी किए हैं। ये मॉड्यूल NCERT के नियमित पाठ्यक्रम से अलग है, जिसमें विभाजन की विभीषिका के बारे में बताया गया है। मॉड्यूल में बंटवारे के लिए पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस और लॉर्ड माउंटबेटन को दोषी ठहराया गया है। ये मॉड्यूल कक्षा 6 से 8 और 9 से 12 के लिए जारी हुए हैं।
विभाजन
मॉड्यूल में बंटवारे को लेकर क्या लिखा है?
इंडिया टुडे के मुताबिक, मॉड्यूल में कहा गया कि विभाजन किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि 3 ताकतों का काम था, जिन्ना ने विभाजन का प्रचार किया, कांग्रेस ने स्वीकार किया और माउंटबेटन ने लागू किया। इसमें कहा गया कि विभाजन ने कश्मीर को नई सुरक्षा समस्या में बदल दिया। यह पाठ 1940 के लाहौर प्रस्ताव का संदर्भ देता है, जिसमें जिन्ना ने दावा किया था कि हिंदू-मुसलमान दो अलग-अलग गांवों, दर्शन, सामाजिक रीति-रिवाजों और साहित्य से संबंधित हैं।
जिक्र
गांधी, पटेल का भी जिक्र
मॉड्यूल में तर्क है कि अंग्रेजों ने पहले भारत को डोमिनियन स्टेटस की पेशकश की, लेकिन कांग्रेस ने इसे अस्वीकार कर दिया था। माड्यूल में महात्मा गांधी के विषय में कहा गया कि वे विभाजन के विरोधी थे, लेकिन उन्होंने हिंसा की वजह से कांग्रेस के फैसले का विरोध करने से मना कर दिया था। मॉड्यूल में सरदार वल्लभभाई पटेल के हवाले से कहा गया कि भारत युद्ध का मैदान बन गया है और गृहयुद्ध की अपेक्षा विभाजन बेहतर है।
भाषण
प्रधानमंत्री मोदी का भाषण भी शामिल
NCERT मॉड्यूल में पंडित जवाहरलाल नेहरू का भाषण शामिल किया गया है और माउंटबेटन की कड़ी आलोचना है। मॉड्यूल की प्रस्तावना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का अंश, "बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। हमारी लाखों बहनें और भाई विस्थापित हो गए और लोगों की नासमझी और नफरती हिंसा के कारण कई जानें गईं। संघर्षों और बलिदान की याद में हमारे लोग 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाएंगे।" शामिल है।
जानकारी
क्या है मॉड्यूल?
NCERT समय-समय पर विशेष मॉड्यूल जारी करता है, जो कोर्स का हिस्सा नहीं बल्कि परिशिष्ट सामग्री होती है। ये खास मुद्दे पर तैयार होता है। इसमें पाठ्यसामग्री के साथ पोस्टर, चर्चा, वाद-विवाद भी शामिल है। पिछले दिनों NCERT ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर मॉड्यूल निकाला था।
विरोध
कांग्रेस का विरोध
कांग्रेस ने NCERT के मॉड्यूल पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहाकि इस दस्तावेज को जला देना चाहिए क्योंकि ये सच नहीं बताता। उन्होंने कहा कि सच ये है कि विभाजन हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग की सांठगांठ से हुआ था। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि RSS देश के लिए खतरा है और विभाजन का विचार सबसे पहले 1938 में हिंदू महासभा ने ही प्रचारित किया था और बाद में 1940 में जिन्ना ने दोहराया था।