बच्चों को शेयरिंग करना सिखाना चाहते हैं तो इन टिप्स की लें मदद, जल्द दिखेगा असर
"शेयरिंग इज केयरिंग" सुनने में एक साधारण सा वाक्य लगे, लेकिन वास्तव में इसका एक बेहद गहरा अर्थ है जिसके बारे में आजकल के बच्चे कम ही समझते हैं। हालांकि यह जिम्मेदारी माता-पिता की है कि वह बच्चों में शेयरिंग की आदत डालें। यह आदत न सिर्फ बच्चे को अधिक मानवीय बनाती है बल्कि बड़े होकर मुश्किल हालातों में इसी आदत के कारण उनका जीवन काफी आसान बनता है। चलिए फिर इसी से संबंधित कुछ आसान टिप्स जानते हैं।
धैर्य रखते हुए बच्चों को समझाने की कोशिश करें
धैर्य रखते हुए बच्चों को समझाने का प्रयास करें कि अगर वे अपने दोस्तों के साथ कुछ शेयर नहीं करेंगे तो उसके दोस्तों को कितना बुरा लगेगा। आप चाहें तो किसी उदाहरण से भी उन्हें समझा सकते हैं, जैसे उनसे कहें कि अगर स्कूल में पेपर के समय उसकी पेंसिल खो जाए और उसका कोई दोस्त उसके साथ अपनी पेंसिल शेयर नहीं करें, तब उसे कैसा लगेगा। शायद इस तरह बच्चे शेयरिंग के महत्व को समझ सकें।
न करें बच्चों पर गुस्सा
हो सकता है कि आप बच्चे को कुछ शेयर करने के लिए कहें और वह अपने हाथ पीछे कर लें। इस स्थिति में बच्चों पर गुस्सा न करें। दरअसल, बच्चे बेहद मासूम होते हैं और किसी भी बात को अपने दिल पर बेहद जल्दी ले लेते हैं। इसलिए उन पर गुस्सा न करें और न ही उन्हें बड़े-बड़े भाषण दें क्योंकि इससे उन्हें कुछ समझ नहीं आएगा। बेहतर होगा कि आप थोड़ा प्यार से उन्हें अपनी बात समझाएं।
खेल-खेल में सिखाएं शेयरिंग की आदत
बच्चे कोई भी बात एक बार में नहीं समझते इसलिए उन्हें अपनी बात समझाने के लिए माता-पिता को बार-बार उनसे अभ्यास कराने की जरूरत होती है। आप चाहें तो उन्हें खेल के जरिए शेयरिंग की आदत सिखाने की कोशिश कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आप अपने बच्चों के साथ मस्ती करते हुए कुछ कुकीज बनाएं और कुकीज बनाकर बच्चों को प्लेट में दें। फिर उनसे घर के सभी सदस्यों को कुकीज परोसने को कहें।
इस तरह बच्चों को समझ आएगा शेयरिंग का महत्व
किसी भी चीज का एहसास तब होता है, जब वह खुद पर बीतती है। यह नियम बच्चों पर भी लागू होता है। इसके लिए आप उनके साथ रोल-प्ले का खेल खेलें। उनसे कहें कि अब वे आपके माता-पिता हैं और आप उनके बच्चे। जब वह आपसे कोई चीज मांगे तो आप उन्हें मना कर दें। इससे बच्चा निराश होगा। फिर आप उन्हें समझाएं कि उनके शेयरिंग न करने से अन्य लोग भी निराश होते हैं। यकीनन वे आपकी बात समझेंगे।