वॉटर रिटेंशन क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
वॉटर रिटेंशन का मतलब शरीर में असामान्य रूप से पानी और नमक की मात्रा का बढ़ना है। इसके कारण व्यक्ति का वजन संतुलित नहीं रहता और विभिन्न अंगों में सूजन आने लगती है। इसके अतिरिक्त यह कई प्रकार की शारीरिक परेशानियों का कारण बनता है। आइए आज हम आपको वॉटर रिटेंशन के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में बताते है ताकि आप इस बीमारी के बारे में अच्छे से जानकर समय रहते इलाज की ओर बढ़ सकें।
वॉटर रिटेंशन होने के कारण
बहुत अधिक सोडियम का सेवन वॉटर रिटेंशन का कारण बन सकता है। कीमोथेरेपी उपचार की दवाएं, ओवर-द-काउंटर (OTC) दर्द निवारक, रक्तचाप की दवाएं, पार्किंसंस रोग के लिए दवाएं और कुछ हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियां जैसी दवाओं का नकारात्मक प्रभाव भी वॉटर रिटेंशन के लिए जिम्मेदार हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान वजन में बदलाव के कारण पैरों में पानी जमा हो सकता है। लीवर सिरोसिस, क्रोनिक किडनी रोग और अनियमित पीरियड्स से भी वॉटर रिटेंशन हो सकता है।
वॉटर रिटेंशन से जुड़े लक्षण
वॉटर रिटेंशन के लक्षण उस क्षेत्र पर निर्भर करते हैं, जिसे यह प्रभावित करता है और इसमें पैर, हाथ, पेट और छाती शामिल हैं। सूजन, त्वचा के रंग में बदलाव, चमकदार त्वचा, अंगों में दर्द और संवेदनशीलता बढ़ना, जोड़ों में अकड़न और वजन का बढ़ना भी वॉटर रिटेंशन से जुड़े लक्षण हैं। इसके अतिरिक्त मस्तिष्क में भी वॉटर रिटेंशन होता है, जिसके कारण उल्टी, धुंधली दृष्टि, सिरदर्द और संतुलन में कठिनाई सहित कई लक्षण सामने आते हैं।
वॉटर रिटेंशन का इलाज
वॉटर रिटेंशन का इलाज घरेलू नुस्खों की मदद से हो सकता है, लेकिन अगर आपका शरीर स्वाभाविक रूप से अपनी संतुलित अवस्था में नहीं लौटता है तो आपको चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए। डॉक्टर आपको इलाज के लिए कुछ दवाएं दे सकता है, जो मूत्रमार्ग से शरीर से नमक और पानी निकालने में मदद कर सकती हैं। इसके अतिरिक्त आहार में बदलाव में भी इसका इलाज हो सकता है।
वॉटर रिटेंशन का प्रभाव कम करने वाले घरेलू नुस्खे
कम नमक वाली डाइट को फॉलो करें और पैकेज फूड के सेवन से भी दूरी बनाएं। पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे केले, एवोकाडो, टमाटर, शकरकंद और पत्तेदार सब्जियों का सेवन भी इसके जोखिम कम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त विटामिन-B 6 सप्लीमेंट लें। कंप्रेशन मोजे या लेगिंग पहनकर रखें। इसका कारण है कि ये प्राकृतिक रूप से वॉटर रिटेंशन से सुरक्षित रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।